लखनऊ, यूपी
रात के दस बजे का वक्त है, कमरे में कुछ खास लोग बैठे हैं, एमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली यूपी में एमआईएम की मजबूती के लिए बातचीत कर रहे है। पूराने साथी हामिद संजरी और गाज़ीपुर के दलित नेता ह्रदयराम बगल में बैठे हैं। पहली मुलाकात थी, पूरे जोश से मिले… कुछ अनौपचारिक बातचीत हुई। दिन भर की व्यस्तता के बावजूद चेहरे पर थकान बिल्कुल नही। एमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने पीएनएस न्यूज़ एजेंसी के संपादक अशफाक़ अहमद से खास बातचीत की। बातचीत में मुख्य अंश….
पीएनएस- यूपी में एमआईएम कहां तक पहुंची, पार्टी में संगठन लेवल पर कितना काम हुआ हैं ?
शौकत अली- देखिए… हम लोगों ने पार्टी की शुरुआत छोटे स्तर से की। आज प्रदेश के 50 से ज़्यादा ज़िलों में हमारा संगठन काम कर रहा हैं। बचे ज़िलों में लोग जुड़े हुए हैं, बस संगठन के पजाधिकारियों के नाम का एलान करना हैं। अब एमआईएम ब्लाक और बूथ लेवल पर काम कर रही है। हमने पदाधिकारियों की मीटिंग में कहा है कि पार्टी को और मज़बूत करें, इसके लिए बूथ लेवल पर पार्टी का गठन करना होगा। ये काम बहुत जल्द पूरा होगा। पार्टी मज़बूत इरादे के साथ 2017 के विधान सभा चुनाव की तैयारी कर रही है।
पीएनएस- एमआईएम ने पंचायत चुनाव में उतरने का फैसला कर लिया है, अब आगे की क्या रणनीति है ?
शौकत अली- यूपी में एमआईएम के लिए ये पहला चुनाव है। हम इस चुनाव को पूरी संजीदगी से ले रहे हैं। हम पूरी मज़बूती के साथ चुनाव लड़ेंगे। हम उन्हीं सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे जहां जीत की संभावनाएं ज़्यादा हों। सभी ज़िलाध्यक्षों से कहा गया है कि वह ऐसी सीटों और उम्मीदवारों का पता करके प्रदेश कमेटी को बताएं।
पीएनएस- क्या सिर्फ मुस्लिम वोट बैंक के सहारे एमआईएम को जीत मिलेगी ?
शौकत अली- ऐसा नहीं है, हमारा नारा जय भीम-जय मीम है। पार्टी इस नारे को लेकर जनता के बीच जाएगी। हमारे साथ दलित समाज के लोग तेज़ी से जुड़ रहे हैं। उन्हें पार्टी में सम्मान मिल रहा है। महाराष्ट्र में मुस्लिम-दलित गठजोड़ बनने में हमारी पार्टी कामयाब रही है, और इसी वजह से स्थानीय निकाय के चुनाव में जीत दर्ज की है। महाराष्ट्र में जीत हासिल करने वालों में दलितों की काफी संख्या है। यूपी में भी यही होने जा रहा हैं। पंचायत चुनाव में पार्टी के सदर असदुद्दीन ओवैसी साहब भी चुनाव में प्रचार के लिए युपी आएंगे।
पीएनएस- यूपी में आपकी पार्टी के सदर ओसदुद्दीन ओवैसी को आने से रोका जा रहा है। आप क्या वजह मानते हैं ?
शौकत अली- देखिए, एमआईएम के आने से समाजवादी पार्टी समेत दूसरे दल परेशान हैं। सपा में तो बौखलाहट साफ देखी जा सकती है। ये लोग अभी तक मुस्लिम वोट लेकर सत्ता पर काबिज़ हो रहे थे, पर मुसलमानों का हक उन्हें नहीं दे रहे थे। अब मुसलमान जाग चुका है, वह किसी के बहकावे में आने वाला नहीं है। यही वजह है कि प्रदेश की अखिलेश सरकार हमारे सदर साहब को यूपी आने से रोक रही है।
पीएनएस- ये मामला कोर्ट में चल रहा है। आपका क्या कहना है ?
शौकत अली- हमें अदालत पर पूरा यकीन है कि वह हमारे हक में फैसला करेगी। प्रशासन सिर्फ अफवाहों को आधार बनाकर ये कह रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी के दौरे से माहौल खराब होगा। दरअसल प्रशासन दबाव में है और हकीकत से कोसों दूर है। अभी सदर साहब बिहार के किशनगंज गए जहां लाखों की संख्या में आएं लोगों को संबोधित किया। किशनगंज में कुछ भी ऐसा नही हुआ। मान लीजिए अगर कुछ होता है तो प्रशासन के पास कानून है, कई धाराएं हैं वह उसके अनुसार कार्रवाई कर सकती है। दरअसल ये प्रदेश सरकार की तानाशाही है। असदुद्दीन ओवैसी साहब हैदराबाद से सांसद हैं वो देश की पार्लियामेंट में हर मुद्दे पर बेबाकी से बोलते हैं, मुसलमानों, दलितों और गरीबों की हक की आवाज़ उठाते हैं। ऐसा लगता है कि यूपी में कानून का राज नहीं बल्कि कोई और राज चल रहा है।
पीएनएस- पंचायत चुनाव में किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे ?
शौकत अली- मुल्क की आज़ादी के 68 साल बाद आज भी मुसलमानों की हालात बेहद खराब हैं। आज़ादी के बाद दलितों और मुसलमानों ने सालों तक कांग्रेस का साथ दिया, लेकिन इतने साल सत्ता में रहने के बाद कांगेस ने कुछ खास लोगों का ही विकास किया। अब दलित और मुसलमान खुद अपनी लड़ाई लड़ेगा। हम दलितों और मुसलमानों को एक प्लेटफार्म पर लाकर उनकी लड़ाई को आगे ले जाएंगे।
पीएनएस- दूसरी पार्टियां भी तो यही मुद्दे उठा रही हैं ?
शौकत अली- ऐसा नहीं है, समाजवादी पार्टी, बीएसपी समेत दूसरे दल मुसलमानों को बीजेपी का डर दिखाकर उनके वोट हासिल कर रहे हैं। दूसरी तरफ इनकी सत्ता में ही सबसे ज़्यादा दंगे हो रहे हैं। इन दंगों में सबसे ज़्यादा नुकसान मुसलमानों का हो रहा है। ऐसे शहर जहां मुसलमान कारोबार के हिसाब से मज़बूत हैं, उन्हें खासतौर पर निशाना बनाया जा रहा है। अब मुसलमान खामोश नहीं रहेगा। एमआईएम उनकी आवाज़ बन कर सामने आएगा।
पीएनएस- पीएनएस न्यूज़ एजेंसी से बात करने के लिए शुक्रिया
शौकत अली- आपका बहुत बहुत शुक्रिया…