जयपुर, राजस्थान
राजस्थान में राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस हाईकमान ने सख्त कदम उठाया है। कांग्रेस ने बागी सचिन पायलट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करके सीधा संकेट दिया है कि वह सरकार बचाने को लेकर समझौते नही करेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी खींचतान के बीच सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। साथ ही दो मंत्रियों को बर्खास्त किया गया है। इसके अलावा भारतीय युवा कांग्रेस ने प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मुकेश भाकर को भी पद से हटा दिया है।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को जयपुर में संवाददाताओं को बताया कि पायलट के अलावा विश्वेंद्र सिंह को पयर्टन मंत्री और रमेश मीणा को खाद्य आपूर्ति मंत्री के पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि पायलट को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। उनकी जगह राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा नए प्रदेशाध्यक्ष होंगे।
पार्टी से नाराज़ चल रहे सचिन पायलट को पिछले कुछ दिनों के कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा मनाने की कोशिश की जा रही थी। सूत्रों ने बताया कि आज हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक (सीएलपी) में शामिल 108 विधायकों ने पायलट को पार्टी से बाहर करने पर हामी भरी। इसके बाद जाकर ही पार्टी ने पायलट को बाहर का रास्ता दिखाया है।
कांग्रेस सीएलपी की बैठक से पहले राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा था, ‘हम सचिन पायलट को दूसरा मौका दे रहे हैं, उनसे आज की विधायक दल की बैठक में भाग लेने के लिए कहा है। मुझे उम्मीद है कि आज सभी विधायक आएंगे और नेतृत्व को एकजुटता देंगे जिसके लिए राजस्थान के लोगों ने मतदान किया था। हम सभी राज्य के विकास के लिए काम करना चाहते हैं।’
सचिन पायलट को 18 विधायकों का समर्थन
कांग्रेस के बागी सचिन पायलट के साथ 18 विधायक हैं। इनमें रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, दीपेंद्र सिंह, भंवरलाल शर्मा, राकेश पारीक, मुरारी लाल मीणा, जीआर खटाना, इंद्रराज गुर्जर और गजेंद्र सिंह शक्तावत शामिल हैं। इसके अलावा हरीश मीणा, बृजेंद्र ओला, हेमाराम चौधरी, पीआर मीणा, मुकेश भाकर, सुरेश मोदी, वेदप्रकाश सोलंकी, अमर सिंह जाटव और रामनिवास गवड़िया भी शामिल हैं।