लखनऊ, यूपी
लखनऊ नगर निगम ने तंबाकू उत्पाद बेचने वाले छोटे दुकानदारों के लिए लाइसेंस जारी करने का निर्णय लिया है इस निर्णय के खिलाफ लखनऊ नगर निगम क्षेत्र के छोटे पान विक्रेताओं में भारी रोष व्याप्त है इन छोटे पान विक्रेताओं ने आज नगर निगम मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में पान विक्रेता शामिल थे।
प्रदर्शन के दौरान नगर आयुक्त से पान विक्रेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की इस मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए नगर आयुक्त ने पान विक्रेताओं को आश्वस्त किया की वह लाइसेंस जारी करने के नगर निगम के फैसले पर पुनर्विचार कर के इसे रजिस्ट्रेशन में बदलने की कोशिश करेंगे। दरअसल उत्तर प्रदेश पान व तंबाकू विक्रेता एसोसिएशन ने नगर आयुक्त और मेयर से पहले मुलाकात करके यह मांग रखी थी कि पान विक्रेताओं के लिए लाइसेंसिंग प्रणाली काफी जटिल है। इसलिए लाइसेंस की जगह सभी पान विक्रेताओं एवं तंबाकू उत्पाद विक्रेताओं को रजिस्टर किया जाए।
मीडिया से बात करते हुए पैन विक्रेताओं ने कहा कि लाइसेंस शब्द बहुत सी जटिलताओं को लाता है, और हम छोटे अनपड़ दुकानदार को इसकी समझ नही है। इसलिए रजिस्ट्रेशन शुल्क या सदस्यता शुल्क लेकर भी नगर निगम के राजस्व में बढ़ोत्तरी हो सकती है। पान विक्रेताओं ने बताया कि तम्बाकू उत्पाद के साथ खाद्य सामिग्री न बेचने पर हमारी आय बहुत कम हो जाएगी हैं अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे। हम लोग भूखे मर जायेंगे।
इस व्यापार के माध्यम से हम बड़ी मुश्किल से 6/7 सदस्यो के परिवार का भरण पोषण करते है। आज वर्तमान में हम 30 से 40 हज़ार दुकानदार लखनऊ नगर निगम के परिक्षेत्र में तम्बाकु उत्पाद के साथ खाद्य सामिग्री बेच कर अपना गुजारा कर रहे है। लखनऊ नगर निगम के नियमों से कितना दुष्प्रभाव पड़ेगा इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है। इसलिए नगर निगम इन दमनकारी नीतियो को लागू ना करे।
इस मौके पर कमलेश चौरसिया अध्य्क्ष, अखिलेश शुक्ल उपाध्यक्ष, सुनील मोदी संगठन मंत्री, एव बड़ी संख्या में पान व तम्बाकू उत्पाद थोक व फुटकर विक्रेता मौजूद रहे।