प्रयागराज, यूपी
सिविल लाइंस में थाने से 500 मीटर की दूरी पर शनिवार रात 10 बजे के करीब बेकरी दुकान के सेल्समैन से 80 हजार रुपये लूट लिए गए। नवाब यूसुफ रोड पर टेंपो चालक व उसका साथी मारपीट कर रुपयों से भरा झोला लूटकर भाग निकले। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो मौके से टेंपो बरामद हुआ। जो बदमाश छोड़कर भाग निकले थे। हालांकि हर बार की तरह पुलिस इस घटना को भी संदिग्ध बताती रही।
टीपी नगर का रहने वाला अभिषेक श्रीवास्तव (34) राजरूपपुर स्थित द बेकर्स च्वॉइस बेकरी में सेल्समैन है। उसने बताया कि मालिक ने उसे बैंक में जमा करने के लिए एक दिन पहले 80 हजार रुपये दिए थे। शनिवार दोपहर में वह बैंक में रुपये जमा करने के लिए घर से निकला। हालांकि बैंक पहुंचने में देर हो गई और वह रुपये नहीं जमा कर सका। ऐसे में उसने सोचा कि रुपये वह अगले दिन जमा कर देगा।
बताया कि कुछ काम था, जिसे निपटाने में उसे रात हो गई। रात 10 बजे वह घर जाने लगा। बस अड्डे के पास टेंपो में बैठकर वह नवाब यूसुफ रोड होते हुए पानी की टंकी चौराहे तक जाने लगा। अभी वह सिविल लाइंस थाने वाली रोंड के सामने ही पहुंचा था कि तभी टेंपो चालक व उसमें बैठे दो अन्य लोगों ने मारपीट करते हुए रुपयों से भरा झोला छीना और उसे नीचे धकेलकर भागने लगे। रॉयल होटल के पास अचानक टेंपो का अगला पहिया पंक्चर हो गया जिसके बाद चालक व उसके साथी टेंपो छोड़कर भाग निकले।
सूचना पर सिविल लाइंस के साथ ही कैंट पुलिस पहुंची। जांच पड़ताल के बाद भुक्तभोगी को थाने ले जाया गया जहां उससे देर रात तक पूछताछ चलती रही। बड़ी बात यह है कि जिस जगह वारदात हुई वह सिविल लाइंस थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर है। उधर टेंपो को भी कब्जे में लेकर थाने लाया गया। इंस्पेक्टर राकेश चौरसिया ने बताया कि रात में 80 हजार रुपये झोले में लेकर चलने की बात समझ से परे है। सेल्समैन बार-बार बयान बदल रहा है। मामला संदिग्ध है। जांच पड़ताल की जा रही है।
नवाब यूसुफ रोड पर पहले भी हुई है लूट
पुलिस भले ही घटना को संदिग्ध बता रही हो लेकिन नवाब यूसुफ रोड पर लूट का यह पहला मामला नहीं। इससे पहले 15 मार्च को खरबंदा चौराहे पर मांडा निवासी मीट कारोबारी जमीर के मुंशी अटाला निवासी शाहिद से दिनदहाड़े 9.50 लाख रुपये लूट लिए गए थे। जिसका अब तक खुलासा नहीं हो सका है।
सूत्रों की मानें तो शाम होते ही इस सड़क पर अराजक तत्वों का जमावड़ा हो जाता है। जो अक्सर लूट-छिनैती की वारदातों को अंजाम देते हैं। इस संबंध में कई बार शिकायतें भी उच्चाधिकारियों से की गईं। एक बार ऐसी ही शिकायत पर तत्कालीन आईजी रमित शर्मा ने पूर्व इंस्पेक्टर को जमकर फटकार भी लगाई थी। जिसके बाद पुलिस अलर्ट हुई लेकिन कुछ दिनों बाद फिर वही स्थिति हो गई।