एमआईएम की टीम मौके पर
आजमगढ़, यूपी
ज़िले के निजामाबाद थाना के फरीदाबाद गांव में रंग डालने को लेकर दो समुदायों में बवाल हो गया। इसके बाद दोनों तरफ से लोग आमने सामने आ गये। हालात काफी खराब हो गए और चारो तरफ अफरा तफरी का माहौल हो गया। थोड़ी ही देर ही ऐसा लगने लगा कि हालात दंगे जैसा हो गया। दोनों तरफ से होने वाले पथराव में दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। खबर मिलते ही ज़िले के वरिष्ठ अधिकारी भारी संख्या में फोर्स लेक मौके पर रवाना हो चुके हैं। साथ ही आसापस कई थानों की पुलिस भी मौके पर जुटी है। तमाम प्रयास के बाद भी हालात पर काबू नहीं पाया जा सका है।
फरीदाबाद बाज़ार में कुछ युवक सड़क पर होली खेल रहे थे। उसी दौरान कुछ मुस्लिम महिलायें बाइक से जा रही थी। इसी बीच किसी लड़के ने उनपर रंग डाल दिया। जिसे लेकर दोनों पक्षों के लोग आमने सामने आ गये। इस बीच जब इसकी जानकारी आसापस के लोगों को हुई तो दोनों समुदायों के लोग भारी संख्या में जुटने लगे।
दिन में 10 बजे दोनों तरफ से पथराव शुरू हुआ और एक बजे तक जारी था। घटना की जानकारी होने पर निजामाबाद, सरायमीर, कप्तानगंज, गंभीरपुर समेत कई और थानों की पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन भीड़ को हटाने में नाकाम रही। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक दयानंद मिश्र पीएसी और दंगा नियंत्रण टीम के साथ 12 बजे मौके पर पहुंच गये। इसके बाद भी हालात बेकाबू बना हुआ है।
इस ममाले में एक पक्ष का आरोप है कि तीन बाइक से कुछ लोग महिलाओं को लेकर मिट्टी देने जा रहे थे तभी फरीदाबाद में होली खेल रहे नशे में धुत्त लोगों ने बाइक जबरदस्ती रोकवाकर महिलाओं का नकाब हाटकर रंग डाल दिया और पुरूषों का मारापीटा।
मौके पर मौजूद एमआईएम के ज़िला अध्यक्ष कलीम जामई ने पीएनएस से खास बातचीत में बताया कि ज़िलाधिकारी सुहास एलवाई की सूझबूझ से हालात अब ठीक है। कलीम जामई ने बताया को जैसे ही उन्हें सूचना मिली अपनी टीम के साथ वह तुरंत की घटना स्थल पर रवाना हो गए। उन्होंने पीएनएस को बताया कि लोगों ने ज़िलाधिकारी सुहास एलवाई से निजामाबाद एसओ की लापरवाही की शिकायत की और उन्हें सस्पेंड करने की मांग की है जिसे ज़िलाधिकारी ने एसएसपी को आदेश दिया है। लोगों की मांग पर ज़िलाधिकारी सुहास एलवाई ने इस पूरे प्रकरण की जांच मजिस्ट्रेट से कराने का आश्वासन दिया है।
एमआईएम ज़िला अध्यक्ष कलीम जामई ने बताया कि इस इलाके में हर साल इस तरह की घटनाएं होती हैं। इसकी जानकारी अधिकारियों की दी गई है। इसके बाद ज़िलाधिकारी ने कहा कि वह इस समस्या का कोई स्थाई समाधान निकालेंगे।