नई दिल्ली,
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व छात्र संघ चुनाव को सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है उक्त चुनाव में एक लाख छात्र अपना नेता चुनते हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी को मात देना कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के लिए बड़ा चैलेंज है लेकिन कांग्रेस पार्टी ने जिस ज़िम्मेदार संघर्षशील व मज़बूत कंधों पर छात्र संघ चुनाव की ज़िम्मेदारी डाली है उससे यह साफ स्पषट है कि कांग्रेस छात्र संगठन एनएसयूआई दिल्ली प्रदेश में होने वाले छात्रसंघ चुनाव में एतिहासिक जीत दर्ज कर सकता।
कांग्रेस नेता नदीम जावेद की बात करें तो नदीम जावेद 2005 से 2008 तक एनएसयुआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं उनके कार्यकाल में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने देश के विभिन्न कालेजों में अपना परचम लहराते हुए बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी को धूल चटाने का कार्य किया था।
नदीम जावेद वर्तमान समय में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं छात्रों युवाओं में उनकी मज़बूत पकड़ है ऐसे में उनको छात्र संघ चुनाव की कमान सौंपने पर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बेहतर परिणाम की उम्मीद की जा सकती है।