लखनऊ, यूपी
लखनऊ मध्य से सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा को उस समय बड़ा झटका लगा जब उनके लिए कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आज़ाद और सलमान खुर्शीद चुनावी जनसभा करने नहीं आए। कांग्रेस नेताओं के न आने से एक तरफ सपा कार्यकर्ता निराश हुए तो दूसरी तरफ ये अफवाह भी रही कि कांग्रेस के नेताओं का कहीं न कहीं मारूफ खान को समर्थन हासिल है।
दरअसल शाम 6 बजे फूलबाग में सपा उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा ने कांग्रेस के यूपी प्रभारी और महासचिव गुलाम नबी आज़ाद के लिए जनसभा रखी थी। यहां से पहले गुलाम नबी आज़ाद की अपर्णा यादव के लिए जनसभा थी। गुलाम नबी आज़ाद सपा उम्मीदवार अपर्णा यादव के जनसभा में पहुंचे लेकिन वह रविदास मेहरोत्रा की जनसभा में नहीं आए और दिल्ली चले गए। मालूम हो कि इसी सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मारूफ खान भी चुनाव लड़ रहे हैं।
यहीं नहीं रविदास मेहरोत्रा ने शाम 8 बजे पूर्वा केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के लिए भी बिल्लोचपुरा में जनसभा रखी थी। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद लखनऊ में होते हुए भी जनसभा में नहीं गए। यहां भी रविदास मेहरोत्रा को जनसभा रद्द करना पड़ा। यहां इकठ्ठा हुए सपा कार्यकर्ता काफी निराश हुए।
इन दो जनसभाओं के रद्द होने के बाद ये कहा जा रहा है कि कांग्रेसी नेताओं के न आने से रविदास मेहरोत्रा को चुनाव में नुकसान हो सकता है। इसी सीट पर चुनाव लड़ रहे मारूफ खान काफी पुराने कांग्रेसी है और वह मध्य सीट से काफी पहले से अपनी दावेदारी के बिना पर मैदान में डटे हुए हैं। इससे कहीं न कहीं उन्हें फायदा होगा।