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23 Dec 2024, Mon

‘हरामखोरों’ की वजह से मुसलमानों के हालात बदतर: मौलाना रशादी

डॉ अशफाक़ अहमद

लखनऊ, यूपी
देश में हरामखोरों की वजह से मुसलमानों के हालात बद से बदतर हैं। गुलामी की राजनीति करने वाले इन हरामखोर नेताओं ने पूरी कौम को बुजदिल बना दिया। कौम को ऐसे नेताओं की ज़रूरत है जो उनके साथ हर वक्त खड़े हो और किसी पार्टी के गुलाम न बने। उलेमा कौंसिल न सिर्फ मुसलमानों की बल्कि दलितों, पिछड़ों और कमज़ोर तबकों की आवाज़ बनकर उभरी है। ये बातें मौलाना आमिर रशादी ने कहीं।

संघर्ष के दस साल नाम से राजधानी लखनऊ में राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ने गुरुवार को अपना स्थापना दिवस मनाया। पार्टी की स्थापना के दस साल पूरे हो गए। कार्यक्रम में कई सामाजिक विभुतियों को सम्मानित किया गया। पार्टी अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने कहा कि देश की जर्जर व्यवस्था में परिवर्तन करने के लिए हमें राजनीति में परिवर्तन करना होगा। हर पार्टी नफरत और बंटवारे की सियासत कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।

मौलाना रशादी ने सवाल किया कि सपा यह बताए कि जो गठबंधन वह करने जा रही है उसमें मुसलमानों की कितनी भागेदारी होगी। उन्होंने कहा कि एक तरफ सपा प्रमुख अखिलेश यादव लखनऊ में पुलिस इनकाउटंर में मारे गए विवेक तिवारी के परिजनों को पांच करोड़ का मुआवजा देने की बात कहते हैं, वहीं दूसरी ओर अलीगढ़ में हुए फर्जी एनकाउंटर में मारे गए गरीब मुसलमानों पर वह खामोश हैं। मौलाना रशादी ने कहा कि देश में सम्प्रादायिकता का जहर कांग्रेस ने घोला है। पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी, और फिर राजीव गांधी तक सबने मुसलमानों को खिलाफ साजिश रची। बाबरी मस्जिद की शहादत के लिए कांग्रेस ज़िम्मेदार हैं।

मौलाना रशादी ने कहा कि महंगाई, भ्रष्टाचार, अपराध, मॉब लिचिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही है। बीजेपी के शासन में पूरे देश में कानून व्यवस्था कहीं दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि गरीब, मज़लूम और पुलिस उत्पीड़न के शिकार लोगों की हर संबव मदद करें। उन्होंने कहा कि उलेमा कौंसिल का हर कार्यकर्ता झंडे के साथ लाठी ज़रूर रखे। पता नहीं कब इस्तेमाल करना पड़ जाए।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना ताहिर मदनी ने कहा कि उलेमा कौंसिल के कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव के लिए अभी से तौयार हो जाएं। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर अनिल सिंह, संरक्षक मौलाना निजामुद्दीन, मौलाना शहाब अख्तर समेत की वक्ताओं ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तलहा आमिर रशादी ने किया।

14 राज्यों से आएं प्रतिनिधि
कार्यक्रम में देश भर के करीब 14 राज्यों से पार्टी से प्रतिनिधि सामिल हुए। नमें बिहार, दिल्ली, राजस्थान, तमिलनाडु, महाराष्ट्र मुख्य रूप से शामिल हैं।

कई संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता रहे मौजूद
कार्यक्रम में मीम टीम, सामाजिक कार्यकर्ता नवेद चौधरी, रिहाई मंच से शुएब मोहम्मद व राजीव यादव, शायर माजिद देवबंदी, सामाजिक कार्यकर्ता तारिक सिद्दीकी व जैद फारूकी, हारुन, सैफ बाबर समेत की लोग मौजूद रहे।

कार्यकर्ताओं में दिखा जोश
दसवें स्थापना दिवस समारोह में उलेमा कौंसिल कार्यकर्ताओं में काफी जोश दिखा। राजधानी लकनऊ के चारबाग में स्थित रविंद्रालय हाल खचाखच भरा था। की कार्यकर्ता पार्टी के नाम की टी-शर्ट पहले नज़र आए। पार्टी कार्यकर्ता मोहम्मद नसीम, ओबैदुर्रहमान, अशरफ इस्लाही, शहबाज़ रशादी खासतौर पर सक्रिय दिखे।