उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के गौरा मोड़ के पास गुरुवार की भोर में गैंगरेप पीड़िता को आरोपितों ने पांच लोगों संग मिलकर जिंदा जलाने का प्रयास किया। वारदात को उस समय अंजाम दिया गया जब पीड़िता मुकदमे की तारीख पर रायबरेली के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही थी।
रेप पीड़िता की हालत गंभीर होने पर रेप पीड़िता को लखनऊ रेफर किया गया है। उधर, पुलिस ने इस मामले में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी पर अगवा कर गैंगरेप का आरोप है। दोनों आरोपित जमानत पर छूटे थे। पुलिस ने दोनों चचेरे भाइयों को घर से ही गिरफ्तार किया है। इनके साथ पीड़िता को जिंदा जलाने में मदद करने वाले उमेश बाजपाई, हरिशंकर त्रिवेदी और राम किशोर त्रिवेदी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया।
बिहार क्षेत्र के हिंदूनगर भाटनखेडा गांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने 12 दिसंबर 2018 को इलाके की एक युवती को अगवा करके रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में गैंगरेप किया था। जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के थाना लालगंज में पंजीकृत है और रायबरेली कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है। गुरुवार की भोर में करीब 4 बजे पीड़िता रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकडने बैसवारा स्टेशन के लिए निकली थी।
सुमेरपुर अस्पताल में एसडीएम दयाशंकर पाठक को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि वह गाैरा माेड के पास पहुंची तो पहले से माैजूद गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी व रेप के आराेपित शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी ने लाठी, डंडे, चाकू से वार कर दिया । उसके बाद बदन पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। चीखने चिल्लाने पर वहां पहुंचे आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो आरोपित भाग गए। पुलिस ने पीड़िता को सुमेरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया जहां पर हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल भेज दिया गया।
पीड़िता का कहना है कि आरोपी पक्ष की ओर से मुकदमा वापस लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। उसने मुकदमा वापस नहीं लिया तो हमलावरों ने जान से मारने की कोशिश की। एसपी विनोद पांडे का कहना है कि रायबरेली जिले में रेप का मामला हुआ था। पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया गया है आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है।