मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा के दौरान ड्यूटी में तैनात सफाई कर्मचारी की मौत से भगदड़ की स्थिति बन गई। सफाई कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष के अलावा कुछ स्थानीय लोगों के अनुसार सफाई कर्मी की मौत सीएम का हेलीकाप्टर देखने के लिए मची भगदड़ के दौरान भीड़ में दबने से हुई। वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि सफाई कर्मी की मौत कार्यक्रम स्थल के बगल एक पशु अस्पताल की छत से गिरने की वजह से हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर शनिवार को जैसे ही एनडी इंटर कॉलेज जलालपुर के मैदान पहुंचा बगल में ही स्थित जलालपुर ब्लाक की तरफ से लोगों की भीड़ दौड़ पड़ी। इस भीड़ को रोकने में जिला प्रशासन व पुलिस के इंतजाम नाकाफी साबित हुए। ऐसे में वहां आपाधापी की स्थिति बन गई। मुख्यमंत्री जब तक हेलीकाप्टर से उतरकर मंच तक पहुंचते ड्यूटी पर तैनात एक सफाई कर्मी की मौत की खबर फैल गई।
इससे वहां कुछ देर के लिए हंगामे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। सफाई कर्मचारी को मृत देख आसपास के लोग भागने लगे। हालांकि बेसुध सफाई कर्मचारी सुरेश कन्नौजिया (48) निवासी इटौरा सैदापुर सम्मनपुर को तत्काल नगपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वह जैनापुर गांव में सफाई कर्मी के पद पर तैनात था। उसकी ड्यूटी शनिवार को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में थी।
सफाई कर्मी की मौत के बाद प्रशासन की ओर से परस्पर विरोधी तथ्य सामने आए। कुछ स्थानीय लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हेलीकाप्टर आने के बाद ब्लॉक की तरफ से भीड़ दौड़ी। इसी की चपेट में आकर सुरेश गिर गया और दम घुटने से उसकी मौत हो गई। सफाई कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष शिवकुमार ने भी कहा है कि सुरेश की मौत भगदड़ में हुई है। मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर आते ही भगदड़ मची, जिसमें दबकर सुरेश की जान चली गई।
उधर प्रशासन ने सफाई कर्मचारी की मौत को सामान्य हादसा बताया है। जिला प्रशासन की तरफ से सूचना विभाग ने घटना के कुछ देर बाद बताया कि सभा स्थल पर कोई भगदड़ नहीं हुई। न ही किसी अन्य व्यक्ति को कोई चोट आई है। सभा स्थल के पास स्थित जलालपुर ब्लॉक परिसर में परित्यक्त पशु चिकित्सालय की भवन की छत से गिरकर सफाई कर्मी की मृत्यु हुई है। डीएम व एसपी ने स्थल का निरीक्षण किया और परिवार के सदस्यों से भी बात की।
प्रशासन की सफाई ही सवालों के घेरे में
सफाई कर्मी की मौत मामले में जिला प्रशासन की सफाई सवालों के घेरे में आ गई है। सूचना विभाग की ओर से बताया गया कि छत गिरने से सफाई कर्मी की जान गई है जबकि इसी विज्ञप्ति में आगे लिखा है कि मृतक के शरीर पर किसी बाहरी चोट के निशान नहीं थे।
प्रशासन की इसी सफाई पर सवाल खड़े करते हुए आम लोगों का कहना था कि छत से गिरने के बाद भी शरीर पर बाहरी चोट न होने की बात आसानी से हजम नहीं हो रही है। विज्ञप्ति में प्रशासन ने यह भी उल्लेख किया है कि मृत्यु का कारण अस्पष्ट है।
प्रशासन ने यह तथ्य भी छिपाने का प्रयास किया कि संबंधित सफाई कर्मी की ड्यूटी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लगाई गई थी। इलाके के सीएचसी से दिवंगत सफाई कर्मी की जो फोटो सामने आई उसमें उसके शरीर पर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का परिचय पत्र भी मौजूद है। जबकि प्रशासन की विज्ञप्ति में लिखा है कि वह जलालपुर विकासखंड में सफाई कर्मी के पद पर तैनात था। सफाई कर्मियों का कहना है कि प्रशासन का यह रवैया गैर जिम्मेदाराना व दुर्भाग्यपूर्ण है।