नई दिल्ली
भारतीय रिजर्व बैंक के येस बैंक पर प्रतिबंध लगाने और निदेशक मंडल की जगह पर प्रशासक नियुक्त करने को लेकर विपक्षी नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाया है।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर कसा तंज
राहुल गांधी ने यस बैंक को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। वहीं राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा- “नो यस बैंक। मोदी और उनके विचारों ने भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है।” रिजर्व बैंक ने कल सरकार से मशविरा करने के बाद येस बैंक पर कुछ पाबंदियां लगाई हैं। येस बैंक किसी भी तरह का नया ऋण वितरण या निवेश भी नहीं कर सकेगा।
No Yes Bank.
Modi and his ideas have destroyed India’s economy.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 6, 2020
वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक ने पैसा निकालने की ऊपरी सीमा निर्धारित कर दी है। इसके साथ ही इसके तहत खाताधारक अब यस बैंक से 50 हजार रुपये से ज्यादा रकम नहीं निकाल सकेंगे। वहीं निकासी की यह सीमा तीन अप्रैल, 2020 तक लागू रहेगी। इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने यस बैंक के निदेशक मंडल के अधिकारों पर रोक लगाते हुए एक महीने के लिए एसबीआई के पूर्व डीएमडी और सीएफओ प्रशांत कुमार की प्रशासक के रूप में नियुक्ति भी कर दी है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने येस बैंक के ग्राहकों के हितों की सुरक्षा का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बैंक के जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है और बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद सुब्रमण्यम ने संवाददाताओं से कहा कि रिजर्व बैंक ने सही कदम उठाया है। सभी जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि बैंक के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जाएगी। इसके साथ ही येस बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने दावा किया, ‘‘भाजपा 6 साल से सत्ता में है।
वहीं वित्तीय संस्थानों को नियंत्रित और विनियमित करने की उनकी क्षमता उजागर होती जा रही है।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘पहले पीएमसी बैंक, अब येस बैंक। क्या सरकार बिल्कुल भी चिंतित नहीं है? क्या वो अपनी जिम्मेदारी से बच सकते हैं? क्या अब कतार में कोई तीसरा बैंक है?’’
भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को नकदी संकट से जूझ रहे निजी क्षेत्र के येस बैंक के निदेशक मंडल को भंग करते हुए उस पर प्रशासक नियुक्त कर दिया था। इसके साथ ही बैंक के जमाकर्ताओं पर निकासी की सीमा सहित बैंक के कारोबार पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं।
केंद्रीय बैंक ने बैंक के ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय की है। आरबीआई ने कहा कि येस बैंक के निदेशक मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को येस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है।