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22 Dec 2024, Sun

लखनऊ/ग़ाज़ीपुर, यूपी

कौमी एकता दल आप अपना स्‍थापना दिवस मना रहा है। आज यानी 14 अगस्‍त को ही 2010 में पार्टी की स्थापना हुई थी। पार्टी के अध्यक्ष अफ़ज़ाल अंसारी का इसी दिन जन्मदिन भी मनाया जाता है। समाजवादी पार्टी में विलय को लेकर हुए विवाद के बाद पार्टी ने एकला चलो की रणनीति अपनाई है।

कौमी एकता दल के जनाधार वाले इलाके में 2017 के विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल के सीटों पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा, ये तो चुनाव के समय ही पता चलेगा लेकिन पार्टी के नेता और सुप्रीमो अफ़ज़ाल अंसारी अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। पूर्वांचल के वाराणसी, बलिया, मऊ, चंदौली, आज़मगढ़ जनपदों में कार्यकर्ताओं की बैठक कर उनके साथ राय-मशविरा किया और उन्‍हें 2017 विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा था।

वहीं दूसरी तरफ पार्टी अध्यक्ष अफ़ज़ाल अंसारी राजधानी लखनऊ और दिल्‍ली में अपने समान विचार धारा वाले नेताओं से मिलकर एक महागठबंधन बनाने की योजना पर भी काम कर रहे हैं। पार्टी का मानना है कि प्रदेश की जनता सपा, बीएसपी और बीजेपी के शासन से ऊब चुकी है और वह परिवर्तन चाहती है। प्रदेश में किसानों, गरीबों के विकास को नज़रअंदाज करके दूसरे मुद्दे पर राजनीति की जा रही है, जिससे प्रदेश की जनता से कुछ लेना-देना नही है। इसलिए उत्‍तर प्रदेश की जनता अपने आप को ठगी महसूस कर रही है और वह तीसरे विकल्प के तरफ टकटकी लगाये दिख रही है। आने वाले दिनों में एक तीसरा मोर्चे का गठन होगा।

स्‍थापना दिवस को यादगार बनाने के लिए कौमी एकता दल की युवा टीम खूब मेहनत कर ही है। पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष शोएब उर्फ मन्‍नू अंसारी दिन-रात एक कर जनसंपर्क कर रहे हैं। सपा से संबंध खराब होने के बाद अब देखना है कि कौमी एकता दल किस तरह का चक्रव्‍यूह रचकर पूर्वांचल में साइकिल को जवाब देंगे।
कौमी एकता दल अपने स्थापना के बाद से यूपी के पूर्वांचल में लगातार अपनी पकड़ बनाए हुए हैं। मौजूदा समय में पार्टी के दो विधायक मऊ से मोख्तार अंसारी और मोहम्मदाबाद से सिफ्गतुल्लाह अंसारी चुनाव जीते हैं। पार्टी लखनऊ, कानपुर, सुलतानपुर, बाराबंकी और आसपास के ज़िलों में काफी संख्या में लोगों को जोड़ रही हैं।