प्रयागराज, यूपी
नागरिकता संशोधन ऐक्ट को लेकर दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुए बवाल की आंच इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय तक पहुंच गई है। सोमवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी छात्रों ने दिल्ली में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में यूनियन हाल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस बर्बरता के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने नागरिकता संशोधन ऐक्ट को वापस लिए जाने की मांग की।
इसके साथ ही जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों पर लाठी चार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों को भी निलम्बित करने की मांग की। प्रदर्शनकारी छात्रों ने नागरिकता संशोधन एक्ट और एनआरसी के विरोध में क्रमिक अनशन शुरु करने की चेतावनी भी दी। वहीं, छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यूनिवर्सिटी के आस-पास भारी पुलिस बल तैनात करते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है।
पुलिस कर रही है सख्त निगरानी
पुलिस और प्रशासन लगातार उन क्षेत्रों पर नजर बनाये हुए हैं, जिन क्षेत्रों में छात्र बड़ी संख्या में रहते हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पहले ही एक दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया था। इसके साथ ही सोमवार को होने वाली परीक्षा भी टाल दी गई। यह परीक्षा अब 10 जनवरी को होगी। छात्र-छात्राओं के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन भी अलर्ट है।
कुलपति ने की शांति बनाए रखने की अपील
इस बीच इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रफेसर रतनलाल हंगलू ने छात्रों और विश्वविद्यालय के शिक्षकों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह के हिंसक प्रदर्शन से बचने की अपील की है। कुलपति ने यह भी कहा है कि यदि किसी को नागरिकता संशोधन ऐक्ट से आपत्ति है तो वह बातचीत के जरिए अपनी बात रखें।