उत्तर प्रदेश की 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी दिल्ली में सूबे के बड़े नेताओं के साथ बैठक कर रही हैं। माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी राज्य के उपचुनाव के प्रत्याशियों के नामों पर मंथन के साथ-साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करेंगी।
बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन फेल होने के बाद कांग्रेस ने 2019 का चुनाव खुद लड़ने का फैसला किया था। इसके बाद प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश के दो अलग-अलग हिस्सों का महासचिव बनाया गया था। कांग्रेस के इस ट्रंप कार्ड का पार्टी को कोई विशेष फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ज्यादातर इकाइयों को भंग कर दिया गया था।
अब एक बार फिर से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कांग्रेस को राज्य में मजबूत करने के लिए नई इकाइयों और उसके पदाधिकारियों का गठन कर रही हैं। इसलिए यह बैठक बेहद अहम है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बड़े नेताओं की शिरकत के बाद आने वाली रणनीति पर मंथन होगा। इसके अलावा संगठन के पदाधिकारियों का चयन होगा। साथ ही आने वाले उपचुनाव में पार्टी की रणनीति पर फैसला होगा।
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रत्याशियों के नाम पर निर्णय हो सकता है। लोकसभा चुनाव के बाद सूबे में 13 विधानसभा सीटें खाली हुई हैं। कांग्रेस उपचुनाव के जरिए राजनीतिक वापसी करना चाहती है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को नया प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर भी मुहर लग सकती है।