लखनऊ, यूपी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दी है कि आज़ादी के नारे लगाने वालों के ख़िलाफ़ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर के साकेतनगर स्थित मैदान में बुधवार को सीएए के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि सीएए प्रदर्शन के दौरान विरोधियों द्वारा ‘आजादी’ का नारा लगाया जाना देशद्रोह है, इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे नारे लगाने वालों के ख़िलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि भारत की धरती पर खास करके उत्तर प्रदेश की धरती पर मैं यह कहूंगा की धरना प्रदर्शन के नाम पर कश्मीर में जो नारे कभी आजादी के लगते थे अगर इस प्रकार के नारे लगाने का कार्य करोगे तो देशद्रोह की श्रेणी में आएगा। फिर इस पर कठोर कार्रवाई करने का कार्य सरकार करेगी। यह स्वीकार नहीं हो सकता है कि भारत की धरती पर रह कर भारत के खिलाफ षड्यंत्र करने की छूट हो।
सीएम योगी के इस बयान पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सख़्त आपत्ति जताई है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “अपने ख़िलाफ़ दर्ज जघन्य अपराध के कई मामलों को वापस लेने और प्रदर्शनकारी महिलाओं एवं बच्चों को पिटवाने वाले हिस्ट्रीशीटर सीएम आदित्यनाथ का कहना है कि आज़ादी का नारा देशद्रोह है! उनकी एक दिन जवाबदेही होगी। याद कीजिए हिटलर का अंत कैसे हुआ?”
As he withdraws case after case against himself, of heinous crimes, & get protesting women & children thrashed, history sheeter CM Adityanath says that slogan of Azaadi is treason! He will be made accountable one day. Remember how Hitler ended? https://t.co/DbNJz1YL2y
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) January 23, 2020
बता दें कि योगी आदित्यनाथ पर मुख्यमंत्री बनने से पहले कई आपराधिक मामले दर्ज थे। लेकिन जब 2017 में वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने एक के बाद अपने ख़िलाफ़ दर्ज सभी आपराधिक मामलों को वापस ले लिया।