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16 Feb 2025, Sun

हिंदू संगठनों का मुसलमानों के खिलाफ आतंकी फरमान

बरेली, यूपी

उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में बीजेपी को मिली अप्रत्याशित जीत के बाद हिंदूवादी संगठनों ने आतंकी फरमान जारी किया है। मामला बरेली ज़िले के एक गांव का है जहां मुसलमानों को गांव छोड़कर चले जाने की धमकी देने वाले पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में गांव न छोड़ने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई है। पोस्टर में बीजेपी सांसद का नाम भी लिखा है। बरेली से 70 किलोमीटर दूर मौजूद जियांगला गांव में ऐसे पोस्टर करीब दो दर्जन जगहों पर लगाए गए थे। इसके बाद गांव में तनाव फैल गया।

पोस्टर में हिंदी में लिखा गया है कि अब यूपी में बीजेपी की सरकार आ गई है। अब गांव के हिंदू मुसलमानों के साथ वहीं करेंगे जो अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने देश में मुसलमानों के साथ कर रहे हैं। इन पोस्टर में गांव के मुसलमानों को इस साल के आखिरी तक गांव छोड़कर चले जाने के लिए कहा गया है। पोस्टर पर बीजेपी के एक सांसद का नाम भी लिखा हुआ है।

खबर मिलने भारी संख्या में पुलिस और आलाधिकारी गांव में पहुंचे। इन अधिकारियों ने ज़्यादातर पोस्टर पुलिस और प्रशासन ने हटा दिए हैं। कुछ पोस्टर अभी भी दीवारों पर चिपके हुए हैं। सभी पोस्टर पर एक जैसे संदेश लिखे हुए थे। इनमें यह भी धमकी दी गई है कि अगर साल के आखिरी तक मुसलमान गांव छोड़कर नहीं जाते हैं तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। इन पोस्टरों को सोमवार सुबह देखा गया था। गांव वालों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि यह किसने किया है।

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने ग्राम प्रधान रेवा राम के हवाले से लिखा है कि हम लोग आधी रात के करीब सोने गए थे। जब सुबह हुई तो हमने देखा कि पूरे गांव में ऐसे पोस्टर लगे हुए। जब कुछ गांव वालों ने विरोध जताया तो हमने पुलिस को इस बारे में जानकारी दी। अधिकारियों का कहना है पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और गांव के पांच लोगों को पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में लिया है। गांव में पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

शहर से 70 किमी दूर जियांगला गांव में करीब 2,500 लोग रहते हैं, जिनमें 200 मुसलमान हैं। यहां रहने वाले मुसलमान काफी डरे हुए हैं। गांव के रहने वालों का कहना है कि ऐसा पहले कभी भी नहीं हुआ है, हम सब लोग यहां शांति और भाईचारे के साथ रहते हैं, लेकिन एक सवाल ज़रूर है कि सत्ता बदलते ही ऐसे संगठन काफी सक्रिय हो गए हैं।