लखनऊ, यूपी
‘मुत्तहिदा तहरीक बराए बाज़याबी व तामीर-ए-नौ बाबरी मस्जिद’ के बैनर तले कई राजनीतिक दलों और संगठनों ने आज लखनऊ के लक्ष्मण मेला ग्राउंड पर धरना-प्रदर्शन किया। इन संगठनों ने शहीद की गई बाबरी मस्जिद के नवनिर्माण की मांग की और इसे शहीद करने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 का दिन देश के लिए काला दिन है। इसी दिन आरएसएस की शह पर अराजक तत्वों ने दिनदहाड़े देश के संविधान और कानून की धज्जियां उड़ाते हुए बाबरी मस्जिद को शहीद कर दिया। इस शहादत की ज़िम्मेदार तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेताओं की दोगली नीतियां भी रही हैं। बाबरी मस्जिद की शहादत के बाद देश में दंगे कराए गए। इन दंगों के शिकार लोग आज भी साफ का इंतज़ार कर रहे हैं। वहीं 23 साल बीत जाने के बाद भी बाबरी मस्जिद की शहादत के ज़िम्मेदार लोग खुलेआम घूम रहे हैं।
मौलाना रशादी के कहा कि इस घटना की जांच करने वाले लिब्राहम आयोग ने अपनी रिपोर्ट में साफ कर दिया है कि बाबरी मस्जिद को एक साजिश के तहत शहीद किया गया था। उन्होंने कहा कि क्या केंद्र सराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। मौलाना रशादी ने कहा कि देश में सेक्यूलर पार्टियां मुसलमानों से हमदर्दी की बातें सिर्फ वोट पाने के लिए करती हैं।
इंडियन नेशनल लीग के अध्यक्ष मो सुलेमान ने कहा कि हम बाबरी मस्जिद की शहादत को कभी नहीं भूल सकते और बाबरी मस्जिद की बाज़याबी से कम किसी चीज पर राजी नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि हम अल्लाह के घर को ढहाने वाले को कभी माफ नहीं कर सकते। मो सुलेमान ने कहा कि वो जमीन बाबरी बाबरी मस्जिद की है और रहेगी। उन्होंने कहा कि बड़ी अजीब बात है कि बाबर बादशाह जिसका पूरे भारत पर राज था वो विवादित जमीन पर मस्जिद क्यों बनवाता। दरअसल ये झूठे लोग हैं जो सिर्फ आरोप लगा रहे हैं।
मुस्लिम मजलिस के प्रदेश अध्यक्ष नदीम सिद्दीकी ने कहा कि बाबरी मस्जिद की शहादत के लिए कांग्रेस और आरएसएस के लोग ज़िमेमदार हैं। उन्होनें कहा कि कि मुलायम सिंह की नीयत भी इस मामले में साफ नहीं हैं।
ऑल इंडिया मुस्लिम फोरम के अध्यक्ष एम के शेरवानी ने कहा कि बाबरी मस्जिद की शहादत में शामिल रहे तत्कालीन सीएम कल्याण सिंह से मुलायम सिंह यादव ने हाथ मिलाकर मुसलमानों को गहरा जख्म दिया था। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अवसरवादिता की राजनीति कर रही हैं।
धरने को पिछड़ा जन समाज पार्टी के अध्यक्ष अब्दुल वाहिद, वेलफेयर पार्टी के हबीब अहमद, पीडीपी के अहमद हुसैन पीस पार्टी के मो एखलाक हुसैन समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। धरने का संचालन उलेमा कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ निज़ामुद्दीन ने किया।
इस प्रदर्शन में मुख्य रुप से राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल, मुस्लिम मजलिस, इंडियन नेशनल लीग, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, पिछड़ा जन समाज पार्टी परचम पार्टी ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया स्लिम फेरम, वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया, पीस पार्टी समेत कई संगठन शामिल थे।
Comment:delhi jantar mantar par bhi popular front sdpi imams council samet taqriban 32 tanzeemo ne pfi ke baenar tale dharna pardarshan kiya uska news bhi dijye