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22 Dec 2024, Sun

लखनऊ, यूपी
शायर मुनव्वर राना की बेटी व समाज सेविका उरुसा इमरान राना व घण्टाघर विरोध प्रदर्शन के समर्थक अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता कर बताया कि लखनऊ (LUCKNOW) में पिछले काफी दिनों से सीएए तथा एनआरसी के खिलाफ लखनऊ की महिलाएं शान्तिपूर्ण धरने पर बैठी हैं। जिस प्रदर्शन में लखनऊ पुलिस बार-बार वहां मौजूद महिलाओं पर जुल्म ज्यादती के साथ अभद्रता करने को उतारू है।

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उरुसा इमरान राना ने बताया कि कल गुरुवार को लखनऊ (LUCKNOW) के धरना स्थल घण्टाघर पर ठाकुरगंज थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार मिश्रा द्वारा मुझसे अभद्र भाषा में बात करते हुये सहयोगी कर्मचारी से कहा कि इस औरत का फोटो खींचो। फिर मुझसे बोले तुमको और यहां मौजूद सब महिलाओं को झूठे मुकदमें में जेल भेजेंगे और यह धमकी देते हुए वह वहाँ से निकल गए।

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अब मैं आप सब से पूछती हूँ कि क्या हम शान्तिपूर्ण तरीके से अपनी बात भी नहीं कह सकते। जबकि हमारा संविधान हमें इसकी पूरी इजाजत देता है। इस वार्ता में धरने को समर्थन दे रहे अधिवक्ता मौजूद रहे, जिनका कहना है कि उरुसा इमरान राना एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और एक इज्जतदार घराने से ताल्लुक रखती है।

इस सम्पूर्ण प्रकरण में उरुसा इमरान राना सहित अन्य महिलाओं का सार्वजनिक स्थल पर पुलिस कर्मियों द्वारा अपमान किया गया है, जो घोर निन्दनीय है तथा असंवैधानिक है। हम इसकी घोर निन्दा करते हैं।

प्रेसवार्ता में समाजसेविका यासमीन खान व अधिवक्ता फरहा सिद्दीकी, अधिवक्ता सैफ, अधिवक्ता सुहैल व अन्य अधिवक्तागण मौजूद रहे। अधिवक्ता फरहा सिद्दीकी ने कहा कि हम पुलिस के रवैये के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।

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By #AARECH