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22 Dec 2024, Sun

सहारनपुर, यूपी

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में दारुल उलूम देवबंद परिसर में हेलिपैड बनाने की सूचना मिलने के बाद शनिवार को जिला प्रशासन की टीम पहुंची। इस टीम में जिला अधिकारी आलोक पांडेय और पुलिस अधिक्षक दिनेश पी कुमार के साथ कई पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि सीएम कार्यालय को किसी ने शिकायत की है कि यहां विशालकाय पुस्तकालय की छत पर एक हेलिपैड बनाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही लाइब्रेरी के निर्माण की भी कोई अनुमति नहीं ली गई है।

दारुल उलूम देवबंद पहुंचे अधिकारियों ने सबसे पहले परिसर में पहुंचकर लाइब्रेरी की विस्तार से जांच की। इसके साथ ही शिकायत के आधार पर दोनों अधिकारियों ने ना केवल दारुल उलूम लाइब्रेरी बल्कि अन्य कई भवनों का दौरा भी किया। इसके बाद उन्होंने नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासीए दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना असद मदनी से दारुल उलूम के गेस्ट हाउस में मुलाकात की। इस दौरान डीएम ने बताया कि लाइब्रेरी की छत पर हेलिपैड बनाने की शिकायत सही नहीं पाई गई।

POLICE RAID IN DARUL ULOOM DEOBAND CAMPUS IN SAHARANPUR PROBE FINDS IT WRONG 2 040819

इस संबंध में दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासीए जो कि इस भवन के डिजाइनर भी हैं। उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में था कि दारुल उलूम परिसर के अंदर किसी भी भवन के निर्माण के लिए नक्शा पारित कराने की आवश्यकता नहीं होती है। इस आधार पर उन्होंने पहले भी कई भवनों के निर्माण कराएं है और लाइब्रेरी का भी निर्माण इसी आधार पर कराया गया है। उन्होंने कहा कि वह जिला प्रशासन को जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और प्रशासन द्वारा जो भी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे, उन पर पूरी तरह अमल किया जाएगा।

वहीं, जांच के बाद जिलाधिकारी आलोक पांडेय ने बताया कि जांच की गई है। जांच में पाया गया है कि लाइब्रेरी समेत अन्य निर्माण की कोई अनुमति प्रशासन से नहीं ली गई है। इसलिए एसडीएम और पीडब्लूडी विभाग को निर्माण के तकनीकी सत्यापन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद क्या कार्रवाई होगी, इसका निर्णय लिया जाएगा।

By #AARECH