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22 Dec 2024, Sun

उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने प्रदेश में सड़कों पर आरती करने या नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने यह आदेश दिया है। सिंह के अनुसार सार्वजनिक जगहों पर ऐसा कुछ नहीं करने की अनुमति दी जा सकती है जिससे यातायात और सामान्य जीवन बाधित हो। डीजीपी सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि धार्मिक स्थानों पर जब भी नमाज या आरती की व्यवस्था हो तो उसमें कोई भी व्यक्ति सड़कों पर नहीं आना चाहिये ताकि यातायात बाधित न हो।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जब लोगों को जोड़कर कोई फैसला लिया जाता है तो उसका असर होता है। यही हुआ है। उन्होंने बकरीद और कांवड़ यात्रा के सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न होने का जिक्र करते हुए कहा कि हमने दोनों पक्षों को बुलाकर बात की और एक रास्ता निकाला। मुसलमानों ने कांवड़ियों के लिए आधा रास्ता छोड़ दिया तो कांवड़ियों ने भी डीजे का साउंड कम रखा।

डीजीपी ने कहा कि जब यह प्रयोग भी सफल रहा तो हमें लगा कि हम इसको पूरे प्रदेश में लागू कर सकते हैं। हो सकता है कि कुछ त्योहारों के दौरान यह पूरे तरीके से लागू न हो पाए, लेकिन आम दिनों में हम इसे लागू करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि जो भीड़ है, चाहे नमाज की हो या आरती की, वह दायरे से बाहर न जाए। ट्रैफिक में कोई रुकावट पैदा न हो। इसी के मद्देनजर हमने यह फैसला लिया है।

नमाज पर नहीं होगी रोक
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि नमाज पर कोई रोक नहीं होगी। मस्जिदों के बाहर सड़क पर जो लोग आ जाते हैं, हम चाहेंगे कि सकारात्मक तरीके से इस पर पहल हो और सड़क पर नमाज न हो। इस फैसले को लेकर जनता में नाराजगी की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि ईद के दौरान अलीगढ़ और मेरठ में यह प्रयोग बहुत सफल रहा। लोगों ने इसे सहर्ष स्वीकार किया।

उन्होंने कहा कि यह निर्देश प्रदेश के सभी जनपदों में लागू होगा। सिंह ने कहा, ‘‘इस बात के मौखिक निर्देश में हमने कहा है कि पीस कमेटी की मीटिंग बुलाकर आपसी सौहार्द का वातावरण बनाकर इस प्रकार की कार्रवाई शुरू की जाये। मैं समझता हूं कि हमारा यह प्रयोग सफल होगा।”

हर धार्मिक रिवाज पर लागू हो
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने कहा कि यह केवल नमाज पर नहीं, बल्कि सभी धार्मिक रिवाजों पर लागू हो। वह चाहे आरती हो या फिर नमाज। यह कानूनी नियम बने। उन्होंने कहा कि बकरीद में हमने इंटेंसिव पुलिसिंग की। हमने स्पष्ट कर दिया था कि गाय और ऊंट नहीं काटे जाएंगे। इसका शत-प्रतिशत पालन हुआ। लोगों ने भी इसे माना। गौरतलब है कि कुछ शहरों में सड़कों पर नमाज का विरोध करते हुए कुछ संगठनों ने सड़कों पर आरती का आयोजन करने की शुरुआत कर दी थी।

By #AARECH