लखनऊ, यूपी
इसे कहते हैं पीएनएस की खब़र का बड़ा असर… शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने पीएनएस से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी से लेकर दूसरे नेता नजीब के लिए आवाज़ उठा चुके हैं लेकिन यूपी के बदायूं के रहने वाले नजीब के बारे में अभी तक सीएम अखिलेश यादव खामोश हैं और उन्होंने कुछ नहीं किया। किसी भी मीडिया ने इस मुद्दे को तवज्जो नहीं दी। पीएनएस ने इमरान प्रतापगढ़ी की इस आवाज़ को ज़ोर-शोर से उठाया। ये ख़बर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। यहीं वजह है कि सीएम अखिलेश को नजीब के परिवार से मुलाकात पर मजबूर होना पड़ा।
सीएम अखिलेस यादव में नजीब के परिवार को भरोसा दिया कि वह इस मामले में उनकी पूरी मदद करेंगे। उन्होंने दिल्ली पुलिस के रवैये पर हैरानी जताई और कहा कि वह स मामले में केंद्र सरकार से बात करेंगे। मुलाकात के समय एएमयू छात्रसंघ के अध्यक्ष फैज़ुल हसन भी मौजूद थे।
जेएनयू के छात्र नजीब अहमद को गायब हुए एक महीने से ज़्यादा का वक्त गुज़र गया। नजीब की मां और उनका परिवार परेशान हाल इधर-उधर भटक रहा है। सोशल मीडिया और जेएनयू के छात्र छात्र लगातार नजीब के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कई लोग नजीब के परिवार के संघर्ष में उनका साथ दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर लगातार उनके लिए कंपेन चल रही है। शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भी इस मुद्दे को ज़ोर-शोर से उठा रहे हैं।
केंद्र सरकार के अधीन दिल्ली पुलिस अभी तक खामोश हैं। जिन एबीवीपी के 12 छात्रों पर आरोप लगा है वह खुलेआम धूम रहे हैं। दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को देख कर लग रहा है कि वह किसी दबाव में काम कर रही है। सवाल ये है कि आखिर नजीब के परिवा को उनका बेटा कब मिलेगा।