डॉ अशफाक अहमद
लखनऊ, यूपी
प्रदेश के आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने यूनानी और होम्योपैथिक को लेकर बड़ा एलान किया है। आयूष मंत्री ने कहा है कि प्रदेश के सरकारी यूनानी और होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में पीजी की शुरुआत इसी साल से होगी। इसके लिए प्रदेश सरकार सभी तैयारियों को जल्द अंजाम देगी। उन्होंने कहा कि आयूष की सभी विधाओं के विकास के लिए प्रदेश सरकार कटिबध्द है। इसके साथ ही सरकार हर घर में आयूष पद्धति को पहुंचाने के लिए आयूष आपके द्वार कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रही है।
प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ० धर्म सिंह सैनी ने यहाँ 2.55 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सिटी स्टेशन के निकट स्थित उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के नवीन कार्यालय भवन का उद्घाटन किया गया। ये कार्यक्रम निर्दारित समय से काफी देर में शुरु हुआ। आयुष मंत्री डॉ० सैनी द्वारा इस अवसर पर आयुष सोसाइटी द्वारा पहली बार प्रकाशित नव संवत्सर के कैलेन्डर एवं योगाभ्यास पुस्तिका का विमोचन किया गया। उद्घाटन समारोह में मिशन निदेशक श्री यतीन्द्र मोहन के अलावा आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं उ0प्र0 राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
यूनानी और होम्योपैथिक विधि में प्रदेश में पीजी कोर्स नही है। इससे प्रदेश में इन दोनों विधाओं में स्नातक करने वालों को उच्च शिक्षा के लिए मौका नहीं मिलता है। पीजी को लेकर पीएनएस के सवाल पर आयूष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने कहा कि सरकार इस तरफ विशेष ध्यान दे रही है। हमने इस संबंध में सभी तैयारियां पूरी कर ली है। प्रदेश सरकार जल्द ही इसके लिए केंद्र से अनुमति लेकर पीजी की कक्षाएं शुरु करेगा। पीएनएस के सवाल के जवाब में आयूष मंत्री ने कहा कि हमारी कोशिश इसी साल कोर्स शुरु करने की है।
आयूष मंत्री ने एक दूसरे सवाल के जवाब में बताया कि दान में मिली और किराए पर चल रही आयूष डिस्पेंसरियों की हालत काफी खराब है। इसी लिए प्रदेश सरकार ने दो साल के लिए ऐसी डिस्पेंसरियों में तैनात चिकित्सकों को पास की पीएचसी या सीएचसी पर ट्रांसफर करने का फैसला किया है। इसके बाद अगर मरीजों को दिक्कत आती है तो आयुष डाक्टरों को दोबारा वहीं पर तैनात किया जाएगा। साथ ही आयूष मंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों साथ साथ ग्राम पंचायतों से आयूष पैथी की डिस्पेंसरी के लिए जगह उपलब्ध कराने में सहयोग करने की अपील की गई है।
आयुष मंत्री, डॉ० धर्म सिंह सैनी ने आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी एवं योग की चिकित्सा पद्धतियों के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार प्राचीन आयुष चिकित्सा पद्धतियों को पुनर्जीवित और सुदृढ़ करने, आयुष चिकित्सालयों में औषधियों की उपलब्धता बनाये रखने एवं योग व प्राकृतिक चिकित्सा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए कृतसंकल्प हैं। प्रदेश के 2104 आयुर्वेदिक, 254 यूनानी और 1575 होम्योपैथी औषधालयों में पर्याप्त औषधियों की आपूर्ति करायी गयी है।
आयुष मंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश के 33 आयुर्वेदिक, 16 यूनानी एवं 232 होम्योपैथी चिकित्सालयों का सुदृढ़ीकरण कराया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश के 16 जनपदों में 50 शैय्यायुक्त एकीकृत चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है, जिनमें एक ही छत के नीचे आयुर्वेदिक,यूनानी एवं होम्योपैथी विधा से उपचार की सुविधा जनसाधारण के लिए उपलब्ध रहेगी।
सचिव आयुष मुकेश मेश्राम
इस अवसर पर सचिव, आयुष मुकेश कुमार मेश्राम ने राष्ट्रीय आयुष मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में चलाये जा रहे प्रमुख कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि इन दिनों पूरे प्रदेश में ”आयुष आप के द्वार“ नाम से एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत आयुष चिकित्सक जगह-जगह आयुष शिविर लगा कर मरीजों का उपचार कर रहे हैं और दवांए भी वितरित कर रहे हैं।
मुकेश मेश्राम ने बताया कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा से विभिन्न रोगों के उपचार हेतु प्रदेश के सभी जिलों में आयुष वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं, जिनमें योग प्रशिक्षक एवं योग सहायक की तैनाती की जा रही है। अब तक भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में कुल 100 वेलनेस सेंटर्स खोले जाने की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।