Breaking
16 Mar 2025, Sun

लखनऊ, यूपी

पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अय्यूब के खिलाफ रेप का केस राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। इस केस में दो बार जांच अदिकारी बदले जा चुके हैं। सीओ अलीगंज ने जिस तरह डॉ अय्यूब की गिरफ्तारी की वो संदेह के घेरे में हैं। इस पूरे केस की जांच सीबीआई से कराई जाए। प्रदेश के राज्यपाल से मिलने गए पीस पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने ये बातें उनसे कहीं।

मालूम हो कि पीस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल यूपी के राज्यपाल राम नाइक से मिला। प्रतिनिधिमंडल में पीस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अब्दुल मन्नान, प्रदेश प्रभारी इं इरफान समेत कई लोग शामिल थे। राज्यपाल से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें एक ज्ञापन दिया। इस ज्ञापन में डॉ अय्यूब पर लगाए गए सभी आरोप को बेबुनियाद बताया गया है। प्रतिनिधिमंडल का मानना है कि उन्हें जांच अधिकारी पर भरोसा खत्म हो गया है। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि या तो जांच अधिकारी बदल कर जांच कराई जाए या फिर सीबीआई से जांच कराई जाए।

डॉ अय्यूब की बेल पर बार-बार रिजेक्ट होने पर भी पीस पार्टी ने संदेह जताया है। पीस पार्टी के नेताओं का मानना है कि इसमें राजनीतिक साजिश है। इन नेताओं का कहना है कि पार्टी पूरी तरह से डॉ अय्यूब के साथ है और वह इंसाफ मिलने तक लड़ाई लड़ते रहेंगे।