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17 Oct 2024, Thu

गोरखपुर, यूपी

सीएम योगी के खिलाफ गोरखपुर में काफी पहले हुए दंगे को भड़काने का केस करने वाले परवेज़ परवाज़ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 65 साल के परवेज़ पर एक महिला ने रेप का आरोप लगाया है। उनके साथ कई अन्य के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इस मामले में कई सामाजिक संगठनों ने विरोध दर्ज करते हुए इसे तानाशाही बताया है।

अपनी राजनीतिक गतिविधियों की वजह से अक्सर चर्चाओं में रहने वाले ज़िले के तुर्कमानपुर निवासी परवेज़ परवाज़ को राजघाट व महिला थाने की संयुक्त टीम ने मंगलवार की रात गिरफ्तार कर लिया। उन्हें नख्खास चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। राजघाट क्षेत्र की एक महिला ने परवेज परवाज सहित दो के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपितों की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी।

क्या है मामला
शहर के राजघाट क्षेत्र स्थित एक टैक्सी स्टैंड पर दुकान चलाने वाली महिला ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि 13 सितंबर की रात वह दुकान बंदकर घर लौट रही थी। रास्ते में एक मजार के पास तुर्कमानपुर निवासी परवेज़ परवाज़ और जुम्मन ने उसे पकड़ लिया और सूनसान स्थान पर ले जाकर, जान से मारने की धमकी दे उसके साथ दुष्कर्म किया। इस बीच कोर्ट में पेश किए जाने पर भी महिला ने अपने साथ सामूहिक दुष्कर्म होने का बयान दर्ज कराया।

पुलिस कर रही थी तलाश
राजघाट पुलिस दोनों अभियुक्तों को सरगर्मी से तलाश कर रही थी। मंगलवार की रात परवेज परवाज के नखास चौराहे के पास एक घर में मौजूद होने की सूचना पर राजघाट थानेदार अनिल उपाध्याय और महिला थाना प्रभारी डा. शालिनी सिंह के नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम ने छापेमारी कर उनको गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक नगर विनय कुमार सिंह ने बताया कि राजघाट क्षेत्र की महिला ने सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। नख्खास चौराहे से रात में परवेज परवाज को गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरे आरोपित की तलाश की जा रही है।‘

परिवार वालों का क्या कहना है
परिवार वालों और उनके करीबियों के मुताबिक कल रात परवेज़ परवाज़ को बलात्कार के झूठे मामले में गिरफ्तारी की गई है। ये गिरफ्तारी राजनीतिक दबाव में हुई है। करीबियों के मुताबिक 65 साल के परवेज़ परवाज़ सीएम के खिलाफ केस लड़ रहे हैं और अब ये केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। यहीं वजह है कि राजनीति दबाव बनाकर गिरफ्तारी की गई। इस मामले में पुलिस पहले ही फाइनल रिपोर्ट लगा चुकी है लेकिन दोबारा जांच कराने के नाम पर गिरफ्तारी हुई है। यहीं नहीं इस मामले में उसी दिन हाई कोर्ट में सुनवाई होनी थी।