डॉ अशफाक़ अहमद
लखनऊ, यूपी
दलित के नाम पर हर कोई सियासत कर रहा है। मौजूदा दौर में सही मायने में न तो दलितों को कोई पूछने वाला है और न ही उनके नाम पर बने स्मारकों को कोई पुरसाहाल लेने वाला है। राजधानी लखनऊ में बीएसपी सरकार के दौरान तत्कालीन सीएम मायावती ने कई दलित स्मारक बनाए। इन्हीं स्मारकों में एक है परिवर्तन चौक। शहर के मध्य में मौजूद ये स्मारक दलितों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। दरअसल इस स्मारक में दलितों आंदोलन और मिशन से जुड़े कई महात्माओं की प्रतिमा स्थापित की गई।
खंडहर बन गया है दलित स्मारक
मौजूदा समय में दलित स्मारक परिवर्तन चौक खंडहर सा दिखाई दे रहा है। इसका पुरसाहाल लेने वाला कोई नज़र नहीं आता है। पतिवर्तन चौक की न तो साफ सफाई होती है और नही इसमें लगे पेड़-पौधे की रखवाली हो रही है। लखनऊ मेट्रो इसके बगल से गुज़र रही है। इस वजह से यहां मिट्टी और गंदगी की परत जम गई है। फ्लोर में बिछे पत्थरों के बीच झाड़ निकल कर आएं हैं। यहां लगी प्रतिमाओं पर धूल जमी हुई है।
दलित मुद्दे पर उदासीन सरकार
केंद्र से लेकर राज्य में बीजेपी सत्ता में है। नगर निगम में उसका मेयर है। दलितों की बात पर सबसे ज़्यादा काम करने का दावा बीजेपी करती रही है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी लगातार दलितों की बात करते रहे हैं। पर जब दलित स्मारक की साफ-सफाई और मेनटेनेंस की बात करें तो कहीं से भी नज़र नहीं आता कि सरकार या उसके विभाग की इसमें कोई दिलचस्पी है।
मुंह चिढ़ाता नगर निगम का बैनर
ये इलाका नगर निगम क्षेत्र में आता है। बाउंड्री वाल पर नगर निगम का एक बैनर लगा है। ये बैनर साफ-सफाई के लिए लगाया गया है। पर जैसे ही आप बाउंड्री वाल से अंदर झांकते हैं तो कूड़े का ढेर नज़र आता है। दरअसल ऐसा लगता है कि ये बैनर दलितों को चिढ़ाने के लिए लगाया गया है। नगर निगम की ज़िम्मेदारी बनती है कि वह साफ-सफाई और मेनटेनेंस देखे। पर नगर निगम का कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर बोलने को तैयार नहीं है।
सुभाष पार्क की रोज़ सफाई
परिवर्तन चौक के ठीक बगल में सुभाष पार्क है। इस पार्क से मेट्रो गुज़र रही है। फिलहाल मेट्रो के पिलर का काम हो चुका है। पार्क के मेनटेन कर दिया गया है। यहां रोज़ साफ-सफाई होती है और पैधों को पानी दिया जाता है। पर ठीक बगल में मोजूद दलित स्मारक परिवर्तन को पूछने वाली कोई नहीं है।
दलित स्मारक है परिवर्तन चौक
परिवर्तन चौक पुराने और नये लखनऊ की बीच मौजूद है। इसका निर्माण मायावती ने कराया था। परिवर्तन चौक एक गोल स्मारक है। इसके बीच में एक गुंबद बनाया गया है। इस गुंबद में काले ग्रेनाइट का पत्थर लगाया है और ऊपर सफेद पत्थर का एक गोला बनाया गया है। गुंबद के नीचे महात्मा बुद्ध की सफेद पत्थरों की मूर्ति स्थापित है। दूसरी तरफ स्मारक में चारो तरफ मूर्ति स्थापित की गई है। इन मूर्तियों में डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति है। दलित चिंतक छत्रपति शिवाजी महाराज और ज्योति बा फुले की भी मूर्ति स्थापित है।