अलीगढ़, यूपी
परचम पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष सलीम पीरज़ादा ने अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए वीएचपी की गतिविधियों पर सख़्त ऐतराज़ जाहिर किया है। सलीम पीरज़ादा ने जारी एक बयान में कहा है कि बाबरी मस्जिद की जगह राम मंदिर के निर्माण के लिए वीएचपी ने फिर से कोशिश शुरु कर दी है जबकि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।
परचम पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान से टनों पत्थर और शिलाएं अयोध्या पहुंचाई जा रही हैं और उसकी पूजा-अर्चना भी शुरु हो गई है। सलीम पीरज़ादा ने कहा कि राम मंदिर के लिए नये सिरे से जबरदस्ती विवाद बढाया जा रहा है जबकि दोनों पक्षों के वाद की सुनवाई सुप्रीम कोट में चल रही है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने पहले ही यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दे रखे हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर वीएचपी का अदालत पर यकीन है कि नहीं।
सलीम पीरज़ादा ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार के संकेत पर ही राम मंदिर का मुद्दा उछालने की साजिश की जा रही है और इसके लिए वीएचपी को इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी यूपी में 2017 के चुनाव को देखते हुए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के ज़रिये राजनीतिक लाभ हासिल करना चाहती है। यही वजह है कि वीएचपी ने अयोध्या में मंदिर निर्माण की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि 2007 से राम मंदिर के शिला का कोई काम नहीं हो रहा था लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि पत्थर और शिलाएं अयोध्या लाई जाने लगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार को सचेत रहना होगा।
सलीम पीरज़ादा ने मांग की है कि प्रदेश और केंद्र सरकार इस मसले पर तुरंत हस्तक्षेप करें। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार को राजस्थान से आने वाली शिलाओं पर बैन लगाना चाहिए ताकि प्रदेश में शांति कायम रहे। सलीम पीरज़ादा ने बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी और मुस्लिम समाज के सभी धर्म गुरुओं, सामाजिक और राजनीतिक नेताओं से कहा है कि समय रहते वो सचेत हो जाएं और इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचें ताकि 6 दिसंबर 1992 जैसी कोई घटना दोबारा न हो।