मोगा, पंजाब
पंजाब पुलिस को उस समय बड़ी कामयाबी मिली जब इंटेलीजेंस रिपोर्ट पर पाकिस्तानी आईएसआई के लिए काम कर रहे एक जासूसी गिरोह का पर्दाफाश किया है। सेना की इंटेलीजेंस यूनिट के साथ मिलकर किए गए ऑपरेशन में पंजाब के मोगा जिले के धलेके गांव में रहने वाले रवि कुमार को गिरफ्तार किया गया है। वह कथित तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी कर रहा था।
पुलिस ने उसके पास से सेना के महत्त्वपूर्ण प्रतिष्ठानों व सेना के वाहनों की आवाजाही की फोटो, प्रतिबंधित क्षेत्रों के हाथ से बने हुए नक्शे, सेना के ट्रेनिंग मैनुअल्स की प्रतिबंधित फोटोकॉपी मिली है। पूछताछ से पता चला है कि उसे आईएसआई के एक अधिकारी ने फेसबुक के माध्यम से सात महीने पहले भर्ती किया था। वह सेना की गतिविधियों, भारतीय क्षेत्र में बॉर्डर पर नए बनाए जाने वाले बंकरों इत्यादि की जानकारी पाकिस्तानी अधिकारियों को देता था।
सेना के इंटेलीजेंस द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर इंस्पेक्टर गुरिंदर पाल की अगुवाई में एक टीम ने अमृतसर के चट्टिविंद पुलिस स्टेशन के अंतर्गत पड़ने वाले क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया. बृहस्पतिवार को ऑफीशियल सीक्रेट एक्ट की धारा 3,4,5 और 9 के तहत व आईपीसी की धारा 120- बी के तहत उसके ऊपर एफआईआर दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक पाकिस्तानी एजेंसियों ने लड़कियों के नाम से कई फेक फेसबुक एकाउंट बना रखा है। इसके माध्यम से वो बेरोज़गार युवाओं व सेवा में और रिटायर्ड सेना के अधिकारियों से दोस्ती करते हैं और बाद में जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के लिए लुभा लेते हैं। ऐसे नकली एकाउंट्स की पहचान और उन्हें ट्रैक करने के लिए जांच की जा रही है। इस तरह की गतिविधियों को हनी ट्रैप भी कहा जाता है। हाल ही में सेना के एक अधिकारी इस तरह के जाल में फंस कर सेना के महत्वपूर्ण दस्तावेज और जानकारियां दुश्मनो से साँझा कर दी थी।