संयुक्त राष्ट्र
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कहा कि भारत ने तीसरी बार पाकिस्तान से बातचीत का अवसर गंवा दिया है। महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र को संबोधित करते हुये कहा, “भारत और पाकिस्तान के लिए महासभा से इतर मुलाकात करने का एक अच्छा मौका था, लेकिन फिर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने तीसरी बार इस अवसर को गंवा दिया।”
महासभा की बैठक से पहले दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली वार्ता रद्द किये जाने पर पाक विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा, “पाकिस्तान भारत के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत करना चाहता था लेकिन नयी दिल्ली ने शांति पर राजनीति को प्राथमिकता देते हुए वार्ता रद्द कर दी।”
इससे पहले 21 सितंबर को भारत ने पाकिस्तान के साथ न्यूयॉर्क में होने वाली विदेश मंत्री स्तर की वार्ता को रद्द करने की घोषणा की थी। भारत ने सुरक्षाकर्मियों की बर्बर हत्या के अलावा पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को गौरवान्वित करने के लिए उन पर 30 डाक टिकट जारी किये जाने के बाद वार्ता रद्द करने का यह फैसला लिया था।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा, “इस्लामाबाद संप्रभुता, समानता और आपसी सम्मान के आधार पर नयी दिल्ली के साथ संबंध चाहता है। हम गंभीर और व्यापक वार्ता के जरिए विवादों का समाधान चाहते हैं जिसमें चिंता के सभी मुद्दे शामिल हों।” कुरैशी ने कश्मीर मामले को उठाते हुए कहा कि यह अनसुलझा विवाद भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी शांति के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट है।