नूह, हरियाणा
गोरक्षक आतंकियों के हाथों राजस्थान में सरेआम कत्ल किए गए पहलू खान के परिवार से मिलने शायर इमरान प्रतापगढ़ी पहुंचे। इमरान अपने साथियों के साथ पहलू खान के परिवार के सदस्यों के साथ काफी देर तक बात की। इमरान ने अपने साथ लाए तोहफे को पहलू खान के परिवार को दिया। इस मौके पर उस समय माहौल बिल्कुल गमज़दा हो गया जब पहलू खान की बूढ़ी मां इमरान प्रतापगढ़ी से लिपटकर रोने लगी।
दरअसल शायर इमरान फ्रतारगढ़ी एक खाम मुहिम के साथ मोब लिचिंग और गोरक्षकों द्वारा मारे गए मुसलमानों के परिवार वालों से मुलाकात कर रहे हैं। इमरान अपेन साथ इफ्तार लेकर उनके घर पहुंचे रहे हैं। अपने साथियों के साथ वो परिवार से मिलकर नका हालचाल लेते हैं और उन्हें अपने सात साथ तोहफे देते हैं। इमरान की ये मुहिम लोगों द्वारा काफी सराही जा रही है। सोशल मीडिया पर इसकी जमकर तारीफ हो रही है।
इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने फेसबुक पर लिखा है कि “85 साल की एक दोनों ऑंखों की अंधी मॉं… गाय के नाम पर क़त्ल किये गये अलवर हरियाणा के पहलू खान की बूढी मॉं। फिर से हाज़िर हूँ उसी मॉं के सामने और वो कॉंपते हाथों से मुझे पकड कर दहाडें मारकर रो रही हैं, उनके ऑंसुओं से मेरा दामन भीग रहा है..!! पिछले साल पहलू ख़ान के घर गया था तब भी इसी तरह लिपट कर रोई थीं ये, उन ऑंसुओं की नमी आजतक मेरे दामन में मौजूद है.. कल जब फिर ईद का कुछ सामान लेकर इनके घर पँहुचा और इन्होने इमरान नाम सुना तो फिर उन्हीं ऑंसुओं से मेरा दामन तर कर दिया !
इमरान ने आगे लिखा है कि “घर लौटते हुए सोच रहा हूँ कि इस अंधी मॉं का चेहरा बिल्कुल हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी की मॉं से मिलता जुलता है……..काश कभी अपनी मॉं की तरह नरेंद्र मोदी जी इस मॉं से भी मिलते, एक लम्हे को इन्हें गले से लगा लेते, तो शायद आने वाले दिनों में और तमाम पहलुओं की जान जाने से बच जाती ! क्या कभी कर सकेंगे ऐसा प्रधानमंत्री जी ??”
पहलू खान की कैसे हत्या हुई
पिछले साल एक अप्रैल को अलवर में कथित गोरक्षक आतंकियों की भीड़ ने पहलू खान पर हमला किया था। जिस वक्त उनपर हमला हुआ उस वक्त वह राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे थे। डेयरी बिजनस करने वाले पहलू खान की हमले के 2 दिन बाद मौत हो गई थी। भीड़ ने उन्हें पशु तस्कर समझकर हमला किया था। इस घटना के बाद पुलिस ने कुछ लोगों के खिलाफ नामजद तो दर्जनों अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।