नागपुर, महाराष्ट्र
एमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी कल नागपुर में कार्यकर्ताओं के साथ धरना-प्रदशन करेंगे। ये प्रदर्शन विधान भवन के सामने किया जाएगा। एमआईएम के कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से प्रदर्शन की तैयारियां ज़ोर-शोर से कर रहे हैं। ये प्रदर्शन मुसलमानों और दलितों मांगों के साथ के साथ कई अन्य के समर्थन में किया जाएगा।
एमआईएम की तरफ से जारी बयान में कहा गया हैं कि 14 दिसंबर को दिन में 12 बजे ये प्रदर्शन शुरु होगा। पार्टी के कार्यकर्ता चिटनिस पार्क में इकट्ठा होंगे। उसके बाद पार्टी अध्यक्ष के नेतृत्व में जुलूस निकाल कर विधान भवन तक पहुंचेंगे। ये प्रदर्शन महा मोर्चा के बैनर तले किया जा रहा है।
एमआईएम का प्रदर्शन में तीन प्रमुख मांगे के समर्थन में किया जा रहा हैं। पार्टी की मांग है कि महाराष्ट्र में मराठों और मुसलमानों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए। पार्टी ने वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों की हो रही लूट-घसोट को तुरंत रोकने की मांग और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एमआईएम की तीसरी प्रमुख मांग ये है कि प्रदेश में पूरी तरह से शराबबंदी लागू की जाए। इसके अलावा प्रदर्शन के ज़रियें दलितों, मुसलमानों और दीगर लोगों से जुड़ी कई समस्याओं पर सरकार का ध्यान दिलाया जाएगा।
इस प्रदर्शन में पार्टी अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सैयद मोईन, पार्टी के औरंगाबाद से विधायक इम्तियाज़ जलील, बाईकल्ला से विधायक एडवोकेट वारिस पठान समेत पार्टी के सभी पदाधिकारी भाग लेंगे।
दरअसल महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में एमआईएम ने दो सीटों पर सफलता हासिल करके सबको हैरत में डाल दिया था। इसके बाद से पार्टी ने पंचायत और नगर पालिकाओं के चुनाव में कई जगहों सफलता पाई है। इस सफलता में दलितों की भागेदारी अच्छी खासी रही है। पार्टी यहां पर मुस्लिम – दलित को साथ लेकर चलने की रणनीति पर काम कर रही है। एमआईएम इस राणनीति में कामयाब होती दिख रही है। महाराष्ट्र में दलितों के नाम पर राजनीति करने वाले दलों में बिखराव साफ दिखाई दे रहा है।। बीएसपी यहां कमज़ोर हो गई है। आरपीआई का बीजेपी के साथ गठबंधन होने से भी दलित उससे नाराज़ चल रहा है। ऐसे में ओवैसी का मुस्लिम – दलित गठजोड़ फिलहाल उन्हें फायदा पहुंचा रहा है।