हैदराबाद, तेलंगाना
यूनानी पद्धति का चलन बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। यूनानी में हर रोज़ नये रिसर्च, दवाएं सामने आ रही हैं। यूनानी पैथी में भले ही यूपी में उस तेज़ी से काम न हो रहा हो लेकिन हैदराबाद में यूनानी पद्धति ने सस्ता, बगैर साइड इफेक्ट इलाज करके लोगों के दिलों में जगह बनाई है। 18 और 19 नवंबर को हैदराबाद में यूनानी पद्धति में “ORTHO NEURO CON- 2017” आयोजित किया गया। इस सफल आयोजन के बाद ऐसा लग रहा है कि यूनानी पद्धति के अब अच्छे दिन आने वाले हैं।
बीयूएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन की तरफ से मोंटेर डॉ शमीम अहमद पूर्व मेंबर सीसीआईएम और ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ नियाज़ अहमद “ORTHO NEURO CON- 2017” में शामिल हुए। दरअसल आयोजित कमेटी ने इसके लिए बीयूएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन को खासतौर पर दावतनामा भेजा था। “ORTHO NEURO CON- 2017” का आयोजन मशहूर हकीम गुलाम रसूल की दूसरी बर्सी पर किया गया है। इसका आयोजन हज़रत गौसुल-ए-आज़म अकेदमी ने किया है। ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांफ्रेंस और यूनानी मेडिकल एसोसिएशन इसी आयोजन की सहयोगी संस्था हैं।
“ORTHO NEURO CON- 2017” में शामिल होने के बाद डॉ शमीम अहमद ने बताया कि हैदराबाद के इस प्रोग्राम को देखकर ऐसा लगा कि यूनानी में अब बड़ी और लाइलाज बीमारियों पर रिसर्च काफी आगे बढ़ गया है। स्टेज पर जिस तरह से मरीज़ों के साथ प्रजेन्टेशन किया गया वो काबिले तारीफ है। इस तरह के आयोजन से यूनानी आम लोगों तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि यूपी में भी यूनानी को आगे ले जाने की ज़रूरत है। एसोसिएशन जल्द ही ऐसे ही कांफ्रेंस और सेमिनॉर का आयोजन करेगा।
डॉ नियाज़ अहमद ने बताया कि आयोजन कमेटी ने बीयूएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों का तहेदिल से इस्तकबाल किया। कमेटी ने दोनों प्रतिनिधियों को खासतौर पर स्टेज पर बुलाकर मोमेंटो पेश करके सम्मानित किया। इसके साथ ही अगले साल होने वाले आयोजन के लिए पहले से ही दावतनामा दिया और कहा कि एसोसिएशन के ज़्यादा सदस्य इसमें आएं और फायदा उठाएं।