अब्दुल कय्यूम
लखनऊ, यूपी
नगर निकाय चुनाव में हर कोई अपनी जीत हासिल करने के लिये पुरजोर कोशिश में लगा हुआ है। ऐसे में लखनऊ नगर निगम के बेगम हजरत महल और बजरंगबली वार्ड नंबर 98 के वर्तमान सभासद और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ने अपनी जीत का दावा किया है। मो सलीम ने कहा कि उनके मुकाबले में खड़े सभी उम्मीदवारों के हौसले पस्त हो चुके हैं। उन्होने अपने पांच साल के कार्यकाल में क्षेत्र में इतना काम कराया है कि विरोधियों के पास उनके खिलाफ कोई मुद्दा ही नहीं मिल रहा है।
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भी मो सलीम जमकर मेहनत कर रहे हैं और जनता से संपर्क बनाए हुए हैं। पीएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस बार जनता की समस्याओं को वो नोट कर रहे हैं हैं और जैसे ही चुनाव में जीत हासिल होगी वो उनको प्रथमिकता के आधार पर काम करवाएंगे। बदले हुए परिसीमन से भी वो चिंतित नहीं नज़र आ रहे हैं। उनका कहना है कि नए जुड़े मुहल्ले के लोग उनका पूरा समर्थन कर रहे हैं।
पीएनएस ख़बर की टीम ने अपने मोहल्लागिरी प्रोग्राम के तहत बेग़म हज़रत महल और बजरंग बली वार्ड का दौरा किया और वहां की जनता से चुनाव में अपनी दावेदारी पेश कर रहे प्रत्याशियों के बारे में राय जानी। स्थानीय समाजसेवी सरफ़राज़ बाबर ने बताया कि जिसने काम किया है वो ही फिर से पार्षद बनेगा। उनका कहना था कि मो सलीम की तुलना अगर दूसरे पार्षद से की जाए वह वे बोहतर नज़र आते हैं। वहीं अब्दुल निसार का कहना है कि वैसे तो कई उम्मीदवार किस्मत आज़मा रहे हैं पर उन पर भरोसा करना मुश्किल है।
बेगम हजरत महल वार्ड से आम आदमी पार्टी से मोहम्मद इम्तियाज, कांग्रेस से मसूद खान उर्फ पम्मी, भारती जनता पार्टी से अनूप बाजपेयी और निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार बाजपेयी अपनी अपनी जीत की दावेदारी पेश कर रहे हैं। 26 नवंबर को इन प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटियों में कैद होगी। 1 दिसम्बर को तय होगा कि बेगम हजरत महल और बजरंग बली वार्ड का पार्षद कौन होगा।