लखनऊ, यूपी
प्रदेश की योगी सरकार ने आयूष विधा को बढ़ावा देते हुए एक बड़ा फैसला किया है। सरकार ने प्रदेश के दोनों राजकीय यूनानी कॉलेजों में नर्सिंग और फार्मासिस्ट का कोर्स चलाने की अनुमति निदेशालय को प्रदान कर दी है। लखनऊ और इलाहाबाद यूनानी कॉलेजों के लिए 20-20 सीटें नर्सिंग की और 20-20 सीटें फार्मासिस्ट की चलाने की अनुमति मिली है। इस बात की जानकारी यूनानी निदेशालय में निदेशक डॉ सिकंदर हयात ने दी।
पीएनएस से खास बातचीत में यूनानी निदेशक डॉ सिकंदर हयात ने बताया कि इस संबंध में निदेशालय ने शासन इसी साल 3 अगस्त 2018 को पत्र लिखा लिखा था। इस पत्र में दोनों कॉलेजों में नर्सिंग और फार्मासिस्ट कोर्स को मंज़ूरी देने की मांग की गई थी। इसी पत्र को जवाब में विशेष सचिव सोबरन सिंह ने यूनानी निदेशालय को पत्र भेजा है जिसमें स्टेट तकमिल उत्तिब कॉलेज, लखनऊ में डिप्लोमा इन यूनानी नर्सिंग और डिप्लोमा इन यूनानी फार्मासिस्ट की 20-20 सीट और राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज, इलाहाबाद के लिए डिप्लोमा इन यूनानी नर्सिंग और डिप्लोमा इन यूनानी फार्मासिस्ट की 20-20 सीट की मंजूरी दी गई है।
डॉ सिकंदर हयात ने बताया कि यूनानी निदेशालय अब तिब्बी बोर्ड में कोर्स की मान्यता के लिए अप्लाई करेगी। तिब्बी बोर्ड कॉलेजों में टीम भेज कर सर्वे कराएगा और उसके बाद मान्यता मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि यूनानी के दोनों कॉलेजों में कोर्स के लिए ज़रूरी इंफ्रास्ट्रकचर मौजूद है। उन्होंने उम्मीद जताई की अगले साल से दोनों में कोर्स दाखिला शुरु हो जाएगा।