लखनऊ, यूपी
प्रदेश के हज़ारों यूनानी चिकित्सकों और छात्रों के लिए आज शनिवार को खुशी की खबर आई। यूनानी मेडिकल क़ॉलेज को एमडी कोर्स चलाने के लिए यूनिवर्सिटी की तरफ से एनओसी मिल गई है। एनओसी मिलने पर यूनानी चिकित्सकों में खुशी की लहर दौड़ गई वहीं बीयूएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन ने सभी को मुबारकबाद दी है।
पीएनएस के खास बातचीत में यूनानी सेवा निदेशालय के निदेशक डॉ मोहम्मद सिकंदर हयात ने बताया कि राजकीय तकमिल उत्तिब कॉलेज लखनऊ के लिए लखनऊ यूनिवर्सिटी की तरफ से एनओसी जारी कर दी गई है। डॉ सिकंदर हयात ने कहा कि अब निदेशालय फाइल को केंद्र सरकार के आयूष विभाग को भेजेगा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद के यूनानी क़लेज के लिए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एनओसी एक-दो दिन में मिलने की उम्मीद है।
डॉ सिकंदर हयात ने पीएनएस से कहा कि यूनानी निदेशालय की टीम आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी और आयुष विभाग के सचिव मुकेश कुमार मेश्राम के दिशानिर्देश और मार्ग दर्शन में पूरी मेहनत से लगी है। उन्होंने कहा कि हमें केंद्र सरकार और सीसीआईएम से मंज़ूरी मिलने की पूरी उम्मीद है। हमारी कोशिश है कि इसी साल से प्रदेश के दोनों राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेजों में एमडी कोर्स का पढ़ाई शुरु हो जाए।
एमडी कोर्स के लिए एनओसी मिलने पर यूनानी चिकित्सकों, छात्रों के खुशी की लहर दौड़ गई। इस मौके पर बीयूएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अब्दुल हलीम ने आयुष विभाग के मंत्री, विभाग के सचिव, यूनानी निदेशक और उनकी टीम को मुबारकबाद देते हुए कहा कि यूनानी के लिए अभी हमें आगे भी कई मुद्दों पर संघर्ष करना है। एसोसिएशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ नियाज़ अहमद ने कहा कि प्रदेश के राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेजों में एमडी कोर्स की मंज़ूरी प्रदेश में यूनानी की प्रगति के लिए मील का पत्थर साबित होगी।