नई दिल्ली
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई भड़की हिंसा से जुड़ा एक और वीडियो सामने आया है। यह वीडियो यमुना विहार के एक अस्पताल का है। जिसकी छत पर चढ़कर कुछ उपद्रवी लोगों को निशाना बनाते हुए फायरिंग कर रहे हैं। यह वीडिया दिल्ली के चांदबाग इलाके में एक इमारत से बनाया गया है, जो कि मोहन नर्सिंग होम के ठीक सामने है।
वीडियो में दिख रहा है कि मोहन नर्सिंग होम की छत पर दो दर्जन से अधिक नौजवान खड़े हैं। कुछ हेलमेट भी पहने हैं। वीडियो में गोली चलने की आवाज सुनाई देती है। गोली चलाते हुए भी दिख रहा है। इससे पहले, गुरुवार को हिंसा से जुड़े दो वीडियो सामने आए थे। इसमें भीड़ पुलिसवालों पर पथराव करती हुई नजर आ रही है। इस हमले डीसीपी शाहदरा बुरी तरह घायल हुए थे।
इस घटना का एक वीडियो पहले भी सामने आया था, जिसमें दंगाई मोहन नर्सिंग होम की छत पर खड़े होकर फायरिंग कर रहे थे। हालांकि इसकी क्ववालिटी ज्यादा अच्छी नहीं थी। अब घटना का हाई-रेजोलूशन वीडिया सामने आया है। जिसमें एक शख्स काली जैकेट और हेलमेट पहने एक शख्स रुक-रुककर नीचे खड़ी भीड़ पर फायरिंग करते हुए दिख रहा है। गोली चलाने वाले ने अपने चेहरे को कवर किया हुआ है लेकिन उसके आसपास खड़े कई अन्य लोगों के चेहरे ढ़के हुए नहीं है। कहा जा रहा है कि पुलिस ने इस वीडियो के सामने आने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
चांदबाग इलाके में रहने आयशा ने कहा, “मैंने मोहन नर्सिंग होम की छत पर कम से कम 50 लोगों को देखा। उनमें से ज्यादातर लोगों ने हेलमेट पहने हुए थे और हाथों में डंडे लिए हुए थे। मुझे नहीं पता कि वे कौन थे। मैंने वहां से पथराव होते हुए देखा। ” हिंसा में आयशा का घर जला दिया गया था।
वहीं, नर्सिंग होम के नजदीक कोचिंग सेंटर चलाने वाले नवनीत गुप्ता ने कहा कि वह नर्सिंग होम की छत से गोली चलाने वालों को नहीं पहचानते हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने आत्मरक्षा में यह किया होगा। हिंसक भीड़ ने कोचिग सेंटर को तहस-नहस कर दिया और अस्पताल को नुकसान पहुंचाया।
दिल्ली दंगों में मरने वालों की संख्या 53 हो गई है। जीटीबी अस्तपाल में 44, लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल मे 3, राम मनोहर लोहिया में 5 और जगप्रवेश अस्पताल में 1 की मौत हुई है। पुलिस दंगों की जांच में जुट गई है। दंगों के मामले में 600 से अधिक एफआईआर हुई है।