अलीगढ़, यूपी
दिल्ली में 78 दिनों से लापता जेएनयू छात्र नजीब अहमद की तलाश की मांग करने वाले छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। पुलिस लाठीचार्ज में कई छात्रों को चोटें आई हैं और सैकडड़ों छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले नजीब का सुराग न लगने पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्रओं का गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। छात्र केंद्र सरकार, आरएसएस, एबीपीवी और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारा लगाते हुए विरोध मार्च निकालकर रेल रोकने अलीगढ़ जंक्शन पहुंचे। छात्रों ने ट्रैक पर जाम कर दिया।
ट्रैक जाम होने से दिल्ली से आ रही पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और विक्रमशिला एक्सप्रेस को आउटर पर रोकना पड़ा। दूसरी तरफ कुछ छात्रों को पुलिस ने एसबीआई की मुख्य शाखा के सामने जब रोकने की कोशिश की तो छात्र आगे बढ़ने के लिए अड़ गए। पुलिस ने छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया। इसमें एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन समेत दर्जन भर छात्र घायल हो गए। करीब ढाई घंटे के प्रदर्शन और अफरा-तफरी के बाद 295 छात्र-छात्रओं ने गिराफ्तारी दी। लाठीचार्ज में छह जेएनयू छात्र भी इसमें शामिल थे। गिरफ्तार छात्रों को बाद में रिहा कर दिया गया। चार दिन पहले ही एएमयू छात्रसंघ ने आंदोलन का ऐलान कर दिया था।
इससे पहले करीब दो हजार छात्र-छात्राओं की भीड़ यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक ब्लॉक तक राष्ट्र ध्वज और यूनिवर्सिटी का झंडा लहराते हुए छात्र-छात्रएं नजीब हमारा भाई है, उसे वापस लाओ… के नारे लगाते हुए आगे बढ़े। प्रशासनिक ब्लॉक के सामने ज़िला प्रशासन और पुलिस ने बैरिकेटिंग कर रखी थी। सड़कों पर बसें भी खड़ी कर दी गई थीं। आरएएफ, पीएएसी और स्वाट टीम की मदद ली गई।
भारी संख्या में पुलिस बल देखकर छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। छात्रसंघ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव समेत कई बैरिकेटिंग पर चढ़ गए। बैरिकेटिंग तोड़कर छात्र प्रशासनिक ब्लॉक से आगे बढ़ गए। छात्र लाल डिग्री आईजी खान चौराहे, घंटाघर होते हुए स्टेशन तक पहुंच गए और ट्रैक पर कब्जा जमा लिया। ट्रैक बाधित होने के कारण दिल्ली से आ रही पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और विक्रमशिला एक्सप्रेस को आउटर पर रोका गया।
स्टेट बैंक मुख्य शाखा के पास तिराहे पर पुलिस और छात्रों के बीच झड़प इतनी बढ़ गई कि पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन, उपाध्यक्ष नदीम अंसारी, पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सैयद माजिन हुसैन जैदी समेत दर्जन घायल हो गए। स्टेशन पर डीएम राजमणि यादव और एसएसपी राजेश पांडेय छात्रों से सख्ती से निपटे और जबरन छात्र ट्रैक से हटा दिए गए। यहां 295 छात्रों-छात्रओं ने पुलिस को गिरफ्तारी दी।
वीसी ने कठोर कार्रवाई की बात कही
एएमयू वीसी ले जनरल जमीरउद्दीन शाह ने कहा कि लोकतांत्रित तरीके से शांतिपूर्ण विरोध तक बात ठीक है। अगर छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर अवरोध पैदा किया तो ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वीसी ने कहा कि ज़िला प्रशासन और प्रॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर छात्रों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दूसरे शहरों में होगा प्रदर्शन
एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने रेल रोको आंदोलन के बाद एक और बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि नजीब मामले में सीबीआई या न्यायिक जांच कराई जाए। अगर, नजीब नहीं मिला तो अगला घेराव बहराइच, लखनऊ और दिल्ली का होगा। एएमयू के छात्रों को लेकर वह खुद प्रदर्शन के लिए जाएंगे। अध्यक्ष ने पुलिस लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है।
रेलवे ट्रैक बाधित करने वालों पर होगा मुकदमा
एएमयू के छात्रों द्वारा रेलवे स्टेशन पर पटरी पर बैठकर ट्रैक बाधित किया गया, जिसमें जेएनयू के छात्रों का भी सहयोग रहा है। इसका खुलासा प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों को गिरफ्तार किए जाने पर हुआ। हंगामा करने व ट्रैक बाधित करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इसके आदेश एसएसपी ने दे दिए हैं।