अब्दुल अज़ीज़
बहराइच, यूपी
पैगम्बर-ए-इस्लाम, रसूल अकरम, हबीबे खुदा व नबी-ए-करीम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल. की यौम-ए-विलादत अपने रवायती अंदाज में पूरे जोश-खरोश के साथ जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के रूप में मनाया गया। इस मौके पर सुबह बाद नमाज़ फज्र घरों में हुज़ूर अकरम की पैदाइश पढ़ते हुए मिलाद शरीफ का खास प्रोग्राम आयोजित किया गया और इसी के साथ ही मिठाइयाँ बाँटने व खाने-खिलाने का दौर शुरू हुआ।
यूँ तो ईद मीलादुन्नबी इस्लाम के मानने वालों के लिए खास ख़ुशी का दिन होता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इसी तारीख (बारह रबीउल अव्वल)को ही इस्लाम के जनक माने जाने वाले रसूल-ए-खुदा ह. मोहम्मद मुस्तफा सल. की पैदाईश हुई थी जो उम्मत-ए-इस्लामिया के लिए अहम है। इस मौके पर बहराइच शहर समेत ज़िले के दूसरे इलाकों में जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया जिसमें नबी के दीवाने लाखों लोगों ने शिरकत करते हुए बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
बहराइच शहर में मरकज़ी सीरत कमेटी के तत्वाधान में तीन रोज़ा प्रोग्राम के अलावा बारह रबीउल अव्वल को सुबह मुकामी मुसाफिर खाने से एक विशाल जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया जिसमें लाखों लोगों ने शिरकत करते हुए सैकड़ों की तादाद में इस्लाम और नबी ए करीम सल. से मुताल्लिक झाँकियों का भी प्रदर्शन किया। ये जुलूस काजीपुरा स्थित मुस्लिम मुसाफिर खाने के सामने से बाकायदा तरीके से सीरत कमेटी के ओह्देदारानों की सरपरस्ती में शुरू किया गया जो काजीपुरा इलाके में घूमते हुए चांदपुरा, कासिमपुरा, अमीरमाह शरीफ की दरगाह, नानपारा स्टैंड, आँख अस्पताल, चिकमण्डी, छावनी चौराहा, छोटी तकिया, छोटी बाजार, बड़ी हाट, बरहिया पुरा, गुरु द्वारा, अकबर पुरा, नाज़िर पुरा, चौक बाज़ार व कबाबची गली होते हुए देर शाम को घण्टा घर में पहुंच कर खत्म किया गया।
इस जुलूस को शांति पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए ज़िला प्रशासन द्वारा सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गयी थी और इसके लिए जुलूस के रास्तों के अलावा पूरे शहर में पुलिस फ़ोर्स और मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गयी थी। जुलूस की व्यवस्था को देखने के लिए ज़िलाधिकारी अभय और पुलिस अधीक्षक सालिक राम वर्मा ने जगह जगह अपनी टीम के साथ पहुंच कर हालात पर नज़र रखी जबकि इस जुलूस के प्रारम्भ में कमेटी की ओर से स्थानीय नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मो रेहान खान को साफा बाँध कर उनका स्वागत किया गया। वहीं छावनी चौराहे पर प्रदेश के परिवहन मंत्री यासर शाह और जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को भी साफा बांध कर सम्मानित कर उनका भी स्वागत किया गया।
जुलूस के छावनी चौराहे पर पहुंचने पर एक ऊंचे स्थान पर खड़े होकर परिवहन मंत्री ने जुलूस का स्वागत करते हुए जन सामान्य को ईद ए मिलादुन्नबी की शुभ कामनायें व मुबारक बाद दी। जुलूस मोहम्मदी के रास्तों में आम लोगों की तरफ से जगह जगह पर मिठाइयाँ व खाने पीने की दूसरी चीजों के सैकड़ों स्टाल लगा कर उनका वितरण भी किया गया। शहर में जगह जगह पर लोगों ने जुलूस का स्वागत कर जहाँ लोगों को बधाइयाँ दीं वहीँ मुकामी बिसातखाना लाइन में दुकानदारों के सहयोग से गरीबों को कम्बल भी बांटे गये।
यही नहीं सीरत कमेटी की तरफ से होने वाले तीन रोज़ा प्रोग्राम के ज़रिये घण्टा घर ग्राउंड में पहले दिन दिन्यात पर तकरीर दूसरे दिन बच्चों का दीनी तकरीर व मुकाबला और तीसरे दिन जुलूस में झाँकियों के जरिये बेहतर प्रदर्शन करने वालों को इनाम तकसीम और शहर के नामचीन डॉक्टरों के द्वारा आमजन का मेडिकल कैम्प और दवा वितरण कराया गया। आज के इस जुलूस में आला हुक्कामों के आलावा परिवहन मंत्री यासर शाह,अब्दुल मन्नान,हाजी रेहान, हाजी अनवर खान समेत तमाम सम्भ्रान्त लोग शामिल रहे।
इस कार्यक्रम के अलावा दरगाह शरीफ से निकलने वाला जुलूस भी निकाला गया जो हमेशा की तरह दोनों जुलूसों का छावनी चौराहे पर मिलन हुआ और दरगाह का जुलूस वापस दरगाह को चला गया। इसके अलावा 11 और 12 रबीउल अव्वल को शहर में रोशनी का भी आयोजन हुआ जिसमें नाज़िर पुरा, छावनी इलाका, बडी तकिया, छावनी से स्टेशन जाने वाले रास्ते और चौक के गुरु द्वारा से रोडवेज तक के रास्तों की रोशनी और सजावट सबसे अच्छी मानी गयी। कुल मिला कर खुशियों का ये पर्व शान्ति पूर्वक सम्पन्न हुआ जिसके लिए ज़िला प्रशासन ने सभी को बधाई भी दी।