नई दिल्ली:
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने शुक्रवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक मंडल के सदस्य लालकृष्ण आडवाणी से उनके आवास पर मुलाकात की। इससे एक दिन पहले आडवाणी ने कहा था कि उनकी पार्टी ने खुद से राजनीतिक रूप से असहमति जताने वाले को कभी ‘राष्ट्र विरोधी’ नहीं माना है। जोशी और आडवाणी के बीच यह मुलाकात उस वक्त हुई है जब गुरुवार को आडवाणी ने अपने ब्लॉग के जरिए भाजपा आलाकमान को कई तरह के संदेश देने की कोशिश की।
आडवाणी की यह टिप्पणी इसलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं ने बालाकोट हवाई हमलों के बाद विपक्षी दलों को राष्ट्र विरोधी बताया था।
सूत्रों ने बताया कि जोशी, आडवाणी के आवास पर पहुंचे और उनके साथ विचार विमर्श किया। दोनों नेताओं ने बैठक में हुई बातचीत पर कोई टिप्पणी नहीं की।
आडवाणी और जोशी उन वरिष्ठ भाजपा नेताओं में शामिल हैं जिन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया गया है। आडवाणी भाजपा के संस्थापकों में से एक हैं और वह सबसे लंबे समय तक पार्टी के अध्यक्ष रहे। वह साल 1991 के बाद से छह बार गांधीनगर संसदीय सीट से जीते।
91 साल के आडवाणी भाजपा संस्थापकों में से एक हैं और ये सबसे लंबे समय तक पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं। वह 1991 से छह बार गांधीनगर संसदीय क्षेत्र से चुने गए, लेकिन इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया। वहीं बात जोशी की हो तो वे भी पार्टी के संस्थापक में से एक हैं। ये भी पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं। इस बार उनको भी कानपुर से टिकट नहीं दिए जाने का फैसला लिया गया। जहां इसके बाद उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि भाजपा महासचिव राम लाल ने उन्हें पार्टी नेतृत्व के फैसले से अवगत कराया है कि मुझे कानपुर से या कहीं अन्य से आगामी संसदीय चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।
भाजपा नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक मंडल के सदस्य लालकृष्ण आडवाणी द्वारा लिए गए ब्लॉग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कभी किसी को राष्ट्र विरोधी के रूप में नहीं माना, भारत में विपक्ष को हमेशा एक सम्मानित पद दिया गया है।
बाबूलाल गौर ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि आडवाणी ने सब सही कहा है। हम जब विपक्ष में थे तो किसी ने हमें राष्ट्र विरोधी नहीं कहा था और ना ही अब हम किसी को राष्ट्र विरोधी मानते हैं। उन्होंने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी को ‘दुर्गा’ कहा था। हमेशा ही लोकतंत्र में विपक्ष होना चाहिए।