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22 Dec 2024, Sun

अकलियतों की सलाहियत ही मुल्क में वकार दिलाएगी: जस्टिस सिद्दीकी

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एएसयू ओल्ड ब्वाएज ने किया अलीग कंवेनशन, अखिलेश पर वादाखिलाफी का आरोप

लखनऊ, यूपी
मुल्क के जो हालात हैं उनमें मुसलमानों को आपसी झगड़े, पिछडेपन का रोना बंद करना चाहिए। अगर वो बावकार ज़िंदगी जीना चाहते हैं तो उन्हे अपनी सलाहियत और हुनर को दिखाना पड़ेगा। यहीं सलाहियत उन्हें मुल्क में वकार दिलाएगी। ये बातें रिटायर्ड जस्टिस मोहम्मद सुहैल एज़ाज सिदीदकी ने कही। जस्टिस सिद्दीकी एएमयू ओल्ड ब्वाएज़ एसोसिएशन की तरफ से आयोजित “अलीग कंवेनशन” में बोल रहे थे।

कार्यक्रम आयोजन का मकसद अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और शिक्षा को लेकर पिछड़ेपन को दूर करने की वजहों को तलाशना और उन्हें दूर करने में मदद करना था। जस्टिस सिद्दीकी ने कहा कि हम हमेशा अपने पिछड़ेपन के लिए दूसरों को दोष् देते रहें हैं जबकि मुसलमान खुद इसके लिए ज़िम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने हज़रत मूसा को पानी पर लाठी मारने के लिए कहा, पैगम्बरों से उनकी एडिया रगड़वाई। ये वजह साफ करती है कि हमें खुद ही अपने लिए काम करना है।

कार्यक्रम के कन्वेनर डॉ शकील किदवई ने अखिलेश सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि सर सैयद के नाम पर 2012 में सीएम अखिलेश ने भवन बनाने का वादा किया था लेकिन अबतक पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्यपाल ने सीएम को खत लिख कर उनका वादा याद दिलाया है।

पूर्व राज्य सभा सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि मुल्क इस वक्त दौराहे पर खड़ा है। ये हमें तय करना है कि हम मुल्क को गांधी, नेहरू, मौलाना कलाम के रास्ते पर ले जाए या फिर सावरकर के रास्ते पर। उन्होंने कहा कि 25 फीसदी लोग 75 फीसदी का भविष्य तय कर रहे हैं। मुल्क को हिंदू राष्ट्र बनाने की साजिश चल रही है। मोहम्मद अदीब ने सेक्यूलर ताकतों पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब बिहार में लालू और नीतीश एक साथ आ सकते हैं तो यूपी में ऐसा इत्तेहाद क्यों नहीं हो सकता।

सामाजिक कार्यकर्ता तारिक सिद्दीकी ने कार्यक्रम का खाका पेश करते हुए कहा कि हमे निगेटिव सोच से निकल कर पाजीटिव सोच की तरफ चलना पड़ेगा। जो जहां भी है वो उस क्षेत्र में कदम आगे बढ़ाए। तारिक सिद्दीकी ने मुसलमानों के लिए मीडिया को वक्त की ज़रूरत बताया और कहा कि आज मुसलमानों का अपना कोई मीडिया हाउस नहीं है। इसे प्राथमिकता के आधार पर लाना होगा। मुसलमानों के पिछड़ेपन का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमें सौ फीसदी से ज्यादा मेहनत करने की ज़रूरत है ताकि कामयाबी हासिल कर सकें।

प्रोग्राम में एक मंच के गठन का फैसला किया गया। इस मंच में कमज़ोर और सेक्यूलर लोगों को शामिल करके उनकी समस्याओं को खत्म करने के लिए काम  करेगा। इसमें कई पूर्व अलीग को शामिल किया गया है।

इसके पहले प्रोग्राम को शुरुआत एसोसिएशन के लखनऊ के पूर्व सदर अरूण कुमार माथुर ने सभी का स्वागत किया। दुबई ओल्ड ब्वाएज़ एसोसिएशन के सदर कुतुबुर्रहमान खासतौर पर मौजूद थे। इसके अलावा प्रो आफताब आलम, यूनिस फरीदी, यूपी सरकार के मंत्री फरीद महफूज़ किदवई, डॉ इक्तिदार फारूकी समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।