बिजनौर, यूपी
एमआईएम के नेताओं की एक टीम पुलिस की घेराबंदी के बाद भी बिजनौर पहुंच गई। यहां पहुंचने के बाद एमआईएम नेताओं ने बिजनौर कांड में घायल मुस्लिम पीड़ित पारिवरों से अस्पताल में मुलाकात की और उन्हें मदद का पूरा भरोसा दिया। एमआईएम टीम का नेतृत्व पार्टी के नेता हामिद संजरी कर रहे थे। ये दौरा पार्टी के प्रदेश संयोजक शौकत अली के निर्देश पर हुआ।
दरअसल पार्टी के नेता हामिद संजरी की कयादत में दिल्ली में एक टीम बनी। इसमें दिल्ली एमआईएम के ज्वाइंट सेक्रेटरी बलीग नोमानी, आरिफ सैफी, अरशद ख़ान और ज़र्रार हुसैन शामिल किए गए। रणनीति के तहत ये टीम दिल्ली से बिजनौर के लिए निकली। पुलिस को जब खुफिया जानकारी मिली को हर रास्ते में गहन तलाशी शुरु की गई। एमआईएम नेताओं ने अपनी गाड़ी से पार्टी के झंडे और तमाम चीजें हटा दी। एमआईएम नेता शहर में दाखिल हुए और स्थानीय युनिट के साथ सीधे सरकारी अस्पताल पहुंच गए। यहां टीम ने बिजनौर कांड में घायल मुस्लिम परिवारों से मुलाकात की और इलाज के बारे में जानकारी हासिल की।
जैसे ही इसकी खबर स्थानीय प्रशासन को लगी अधिकारियों में खलबली मच गई। दर्जनों पुलिस की गाड़ियों ने अस्पताल के आसपास डेरा डाल दिया। एमआईएम टीम यहां से पीड़ितों के गांव पेंदा भी जानी चाहती थी लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया। पुलिस और एमआईएम नेताओं के बीच काफी देर तक बहस होती रही।
एमआईएम नेता हामिद संजरी ने पीएनएस को बताया कि ज़िला अस्पताल में घायलों का सही तरीके से इलाज नहीं हो रहा है। घायलों की बेड शीट काफी गंदी थी। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन घायलों पर दबाव बना रहा है कि वह अस्पताल से जल्दी छुट्टी करा लें। इस मुद्दे पर हामिद संजरी ने अस्पताल के डॉक्टरों से बात की और इलाज में लापरवाही बर्दास्त न करने की धमकी दी।
हामिद संजरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार मुस्लिमों के साथ ख़ून की होली खेल रही है। यूपी में जब से समाजवादी की सरकार बनी है मुस्लिमों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी बिजनौर आना चाहते थे मगर समाजवादी के इशारों पर प्रशासन ने आने की अनुमति नही दी।
इस मौके पर हकीम हाफ़िज़ अब्दुस सलाम खान, इकराम शाह, ताज़ीम सिद्दीकी, वसीम अहमद, बिलाल अहमद, मोहम्मद वसीम, ज़ाकिर राईनी, साजिद समेत पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।