लखनऊ, यूपी
मोदी सरकार का नोटबंदी का फैसला यूपी के लाखों कामगारों पर भारी पड़ गया है। ऐसे लाखों कामगार जो अपनी रोज़ी-रोटी के लिए महाराष्ट्र के कई शहरों में काम कर रहे हैं, उनके पास अब काम नहीं है और हज़ारों कामगार अपने घर यूपी वापस आ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ जो महाराष्ट्र में बचे हैं उनके सामने खाने-पीने के लिए भी पैसे नहीं बचे है। ये बाते महाराष्ट्र कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश सचिव इकबाल अहमद ने कहीं।
कांग्रेस सचिव इकबाल अहमद जौनपुर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली के सिलसिले में आए हुए थे। लखऩऊ में उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश संगठन मंत्री फज़ले मसूद, डॉ शहज़ाद आलम समेत कई नेताओं से मुलाकात की और यूपी में होने वाले चुनाव पर चर्चा की। मालूम हो कि इकबाल अहमद जौनपुर के रहने वाले हैं।
सचिव इकबाल अहमद ने बताया कि महाराष्ट्र में यूपी के लाखों लोग काम कर रहे हैं। इनमें ज़्यादातर कामगार है। नोटबंदी की वजह से कल्याण के भिवंड़ी इलाके में लूम उद्योग पूरी तरह से बंद हो गया है। यहां काम करने वाले यूपी के कामगार भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। ये लोग यूपी वापसी कर रहे हैं। दूसरी तरफ लूम मालिक भी परेशान हैं और वह दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गए हैं।
इकबाल अहमद ने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी में सिर्फ बीजेपी नेताओं के यहां कि नए और पुराने नोट पकड़े जा रहे हैं। इसकी गहराई से जांच की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ हैं। जनता को हो रही परेशानियों के लिए मोदी सरकार को माफी मांगनी चाहिए।