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17 Oct 2024, Thu

झारखंड: पुलिस देखती रही और वहसी भीड़ ने 7 को मार डाला

जमशेदपुर, झारखंड

ज़िले में 18 मई को बच्चा चोर की अफवाह में बागबेड़ा और राजनगर 7 लोगों की हत्या में सिर्फ गांववाले ही शामिल नहीं थे, बल्कि मौके पर 7 पुलिसवाले भी मौजूद थे। पुलिसवाले मूकदर्शक बने तमाशा देखत रहे थे और भीड़ ने इन लोगों की हत्या कर दी। वहसी भीड़ की इस करतूत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया में सामने आया है। इसमें साफतौर से देखा जा सकता है कि भीड़ के साथ कुछ पुलिस वाले भी मौके पर मौजूद हैं। इन पुलिसवालों में एक थाना इंचार्ज भी शामिल थे। अब इस थाना इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है। चश्मदीदों ने आरोप लगाया है कि पुलिसवालों ने अपनी मौजूदगी में ही युवकों की हत्या कराई है। युवकों की हत्या मामले में बागबेड़ा थाना प्रभारी आमिष हुसैन औऱ राजनगर थाना प्रभारी टीपी कुशवाहा को सोमवार को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया। बागबेड़ा हत्याकांड के दौरान मौके पर मौजूद 7 पुलिसकर्मी भी निलंबित हो सकते हैं।

राजनगर का आरोपी गिरफ्तार
नागाडीह में विकास, गौतम और गंगेश को जिस राहुल सरदार ने पुलिस जीप से खींचकर उतारा था, उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बिष्टूपुर स्थित एक अस्पताल में छुपकर इलाज करा रहा था। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने अस्पताल में दबिश देकर पकड़ा और जुगसलाई थाना हाजत में बंद कर दिया। इसके अलावा छह अन्य लोगों को भी पुलिस ने पकड़ा है जो नामजद नहीं हैं। सभी नागाडीह के रहने वालें हैं।

थाना इंचार्ज पर आरोप
बागबेड़ा थाना इंचार्ज आमिष हुसैन के सस्पेंड होने के बाद अबतक बागबेड़ा थाना प्रभारी किसी दूसरे को नहीं बनाया गया है। इंस्पेक्टर आमिष हुसैन पर आरोप है कि उनके सामने ही तीनों युवकों की हत्या हुई। जब भीड़ युवकों को जीप से उतार रही थी तब उनकी जान बचाने के लिए पुलिस को जो कार्रवाई करनी थी वह नहीं की।

मामले में 24 गिरफ्तार
बागबेड़ा के नागाडीह में हुई घटना के बाद नागाडीह से चार, मानगो के उपद्रव में 14 और धतकीडी में टीओपी पर हमला करने के आरोप में 6 लोगों को पुलिस ने अबतक गिरफ्तार किया है। इस तरह कुल 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।