मुंबई, महाराष्ट्र
रेप के आरोप में जेल में बंद पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ अय्यूब को उस समय बड़ी राहत मिली जब राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल उनके समर्थन में खुलकर समाने आ गई। राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल से राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने डॉ अय्यूब का समर्थन करते हुए कहा है कि ज़मानत को खारिज़ करने की कोई वजह नज़र नहीं आती। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कहीं न कहीं राजनीतिक दबाव में कार्रवाई की जा रही है।
मुंबई में है मौलाना रशादी
मौलाना आमिर रशादी इस पार्टी के कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने मुंबई गए हैं। मौलाना रशादी ने कहा कि वह डॉ अय्यूब से मुलाकात कर चुके हैं और उन्हें उम्मीद है कि डॉ अय्यूब बेदाग बरी होंगे। उन्होंने कहा कि उलेमा कौंसिल कौम की क्यादत को खत्म करने की हर कोशिश का जवाब देने के लिए संघर्ष करती रहेगी।
मौलाना रशादी का बयान
मौलाना रशादी ने जारी बयान में कहा गया है कि “कल खबर मिली कि पीस पार्टी के सदर डॉ अय्यूब अंसारी साहब की ज़मानत सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी। बहुत अफसोस हुआ हालांकि मुम्बई आने से पहले मैंने लखनऊ जेल जाकर उनसे मुलाकात की थी। हमें यक़ीन था कि उन्हें ज़मानत ज़रूर मिल जाएगी, क्योंकि तमाम ज़ाहिरी सबूत इस बात को साबित करते हैं कि अय्यूब साहब के खिलाफ साजिश की गई है। राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ऐसे वक्त में पूरे तौर पे डॉ अय्यूब साहब और उनके परिवार के साथ है और मुझे यकीन है कि देर से सही पर इंसाफ होगा और सच सामने आएगा। हमें समझना होगा कि मिल्ली क़यादत को खत्म करने/ कमज़ोर करने के लिए बातिल के ज़रिए हर हथकंडे इस्तेमाल किये जायेंगे, ऐसे वक्त में हमे अपनी क़यादत को और मज़बूती देनी चाहिए।“
उलेमा कौंसिल प्रवक्ता का बयान
पीएनएस से बात करते हुए पार्टी के प्रवक्ता तलहा रशादी ने डॉ अय्यूब के समर्थन की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पार्टी का पूरा समर्थन डॉ अय्यूब के साथ है। उन्होंने कहा कि हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है और कोर्ट जो फैसला करेगा हम उसका सम्मान करेंगे लेकिन इस केस में शुरु से ही ऐसा लगता है कि राजनीतिक दखलअंदाज़ी की जा रही है। डॉ अय्यूब एक बड़ी शख्सियत है और वो एक पार्टी के अध्यक्ष हैं लेकिन प्रशासन के रवैया बिल्कुल दबाव में नज़र में आ रहा है।