आज़मगढ़, यूपी
शहर एसडीएम और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मृतका फौज़िया का शव कब्र से निकाला गया। इसके बाद डाक्टरों के पैनल की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। शहर कोतवाल योगेन्द्र प्रताप सिंह के मुताबिक फौज़िया के शरीर पर चोट के कुछ निशान पाए गए हैं। इसी बीच शव को दोबारा दफनाने ले जाने के दौरान कुछ लोगों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया। इससे पुलिस की 100 नंबर गाड़ी का शीशा टूट गया।
मालूम हो कि उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी के भतीजे हसन अम्मार की पत्नी फौज़िया की 9 अक्तूबर को संदिग्धावस्था में करंट से मौत हो गई थी। 22 नवंबर को फौज़िया के बहनोई हामिद संजरी ने शहर कोतवाली में फौज़िया के चचिया ससुर और राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी, उनके पति हसन अम्मार के खिलाफ हत्या व हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया था।
मुकदमा दर्ज होने के बाद कब्र से शव निकलवाने के लिए डीएम के पास प्रार्थना पत्र दिया। ज़िले के डीएम के निर्देश पर सोमवार की सुबह लगभग नौ बजे एसडीएम सदर प्रशांत कुमार और शहर कोतवाल योगेन्द्र प्रताप सिंह की मौजूदगी में शहर के गुलामी का पुरा (रशाद नगर) स्थित कब्रिस्तान में दफन शव को निकाला गया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सीएमओ ने पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल तैनात किया था। इनमें डॉ वीके श्रीवास्तव, डॉ विनय यादव, डॉ आरके कुशवाहा ने शव का पोस्टमार्टम किया।
दोनों पक्षों में हुआ विवाद
पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम के बाद शव को दफन कराने कब्रिस्तान में लेकर पहुंची तो मायका व ससुराल पक्ष के बीच कहासुनी हो गयी। इस बीच कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे भगदड़ मच गयी। पास में ही खड़े यूपी डायल 100 की गाड़ी का शीशा पत्थर लगने से टूट हो गया। पुलिस ने किसी तरह से स्थिति नियंत्रित कर शव को दफन कराया। देर शाम दोनों पक्ष एक दूसरे पर रिपोर्ट दर्ज कराने शहर कोतवाली पहुंचें। देर रात तक लोगों का जमावड़ा लगा रहा।