मऊ, यूपी
यूपी की सियासत में इस बार एक अहम किरदार मौलाना, साधू और संत निभा रहे हैं। पहले सिर्फ समर्थन का एलान करने वाले ये लोग अब बाकायदा राजनीतिक दलों के लिए प्रचार कर रहे हैं। मुसलमानों के एक तबके में खास मुकाम हासिल करने वाले मौलाना कल्बे जव्वाद बीएसपी के लिए प्रचार कर रहे हैं। जुमेरात मऊ में उन्होंने अब्बास अंसारी के समर्थन में ज़ोरदार जनसभा की।
मौलाना कल्बे जव्वाद पहले ही लखनऊ में बीएसपी के समर्थन का एलान कर चुके हैं। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार में मुसलमानों पर जितने ज़ुल्म हुए उतना किसी सरकार में नहीं हुआ। मुज़फ्परनगर से लेकर गोरखपुर तक हर जगह दंगे हुए। मुज़फ्फरनगर में तो इतिहास का सबसे काला दंगा हुआ और मुसलमानों को अब तक इंसाफ नहीं मिला।
मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि तमाम मुस्लिम लीडरों ने सीएम अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव से मिलकर ये बात बताई लेकिन सरकार ने दंगे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि आज़ादी के 70 साल बाद आज भी मुसलमानों को अपनी हिफाज़त की फिक्र लगी रहती है। ऐसे में वो अपने कारोबार और दूसरे काम में तरक्की कैसे करेगा।
मौलाना जव्वाद ने कहा कि बीएसपी सरकार में मुसलमानों की हिफाज़त होती है। पूरे प्रदेश में कानून का राज होता है और जो कानून के साथ खिलवाड़ करते हैं उन्हें जेल जाना पड़ता है। अब्बास अंसारी को दुआ देते हुए उन्होंने कहा कि ये ऐसी खानदान से हैं जिसने न सिर्फ मुल्क की आज़ादी में अहम रोल अदा किया बल्कि उसके बाद भी इस खानदान ने गरीबों, मज़लूमों, बेसहारों के लिए हमेशा मदद की है।
जनसभा को घोसी से बीएसपी उम्मीदवार अब्बास अंसारी ने भी संबोधित किया उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए फक्र की बात है कि हम सबसे से रहनुमा मौलाना साहब खुद यहां आएं हैं और हमे दुआ दी है। हम उनकी हर बात पे अमल करेंगे और हमेशा गरीबों और मज़लूमों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।