कानपुर, यूपी
जमीअत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि मुल्क के धर्मनिरपेक्ष भारतीय संविधान को बदलने की सोच देश के हालात बिगाड़ देगी। ऐसे हालात में मुल्क को संभालना मुश्किल होगा। पूरे मुल्क में आग लग जाएगी। मौलाना अरशद मदनी कानपुर ज़िले में मर्चेंट चैंबर हाल में अखिल भारतीय अल्पसंख्यक बोर्ड की कौमी एकता कांफ्रेंस में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि मोदी सरकार की शह पर कुछ मुठ्ठी भर लोग देश का अमन बिगाड़ रहे हैं। इसे देश के अल्पसंख्यकों के साथ ही बहुसंख्यक समाज ने भी नकार दिया है। दादरी में एकलाख की हत्या होती है तो देश का बुद्धिजीवी तबका अपने अवार्ड वापस कर देता है। विघटनकारी ताकतों के लिए साहित्यकारों और वैज्ञानिकों का यह विरोध करारा जवाब है। यहीं हमारे मुल्क की सबसे बड़ी जागीर है, जो लोगों को एक दूसरे से जोड़े हुए हैं।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि विघटनकारी ताकतें मुठ्ठी भर हैं। वो ज़्यादा दिन तक अपने मकसद में कामयाब नहीं होंगे। मुल्क में अल्पसंख्यकों से मताधिकार छीनने की बात करने वालों को इसका अंजाम मालूम नहीं है। ऐसे लोग मुल्क को तोड़ना चाहते हैं। मुल्क का बहुसंख्यक समाज का बुद्धिजीवी तबका ऐसी घटिया बातों को नकार चुका है।
मौलाना मदनी ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार आरएसएस के इशारे पर भारत को टुकड़ों में तकसीम करने की साज़िश रच रही है और पीएम नरेन्द्र मोदी संघ के हाथों की कठपुतली बने हैं जिन्हें मुल्क में बढ़ रही फिरकापरस्ती दिखाई नहीं दे रही है। कहीं गाय के नाम पर मुसलामानों को मारा जा रहा है, तो कहीं चर्चों पर हमले हो रहे हैं। ऐसे हालात में भी वजीर-ए-आज़म होंठ सिये बैठे हैं।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि यह सही है कि कांग्रेस के जमाने में भी बहुत से दंगे हुए, लोग मारे गए और घरों को जलाया गया, लेकिन आज मुल्क का माहौल उस दौर से भी खराब हो चला है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करने वालों और उन्हें अंग्रेजों का पिठ्ठू कहने वालों को सम्मानित किया जा रहा है जिसे देश की जनता बर्दाश्त करने वाली नहीं है। मौलाना मदनी ने कहा कि 2014 के आम चुनाव में विकास का झूठा प्रचार कर एक बार सत्ता हासिल कर ली, लेकिन झूठे वादों की पोल खुलने के बाद दिल्ली के विधान सभा चुनाव में जनता ने करार जवाब दिया। वही हश्र अब बिहार में होने वाला है।
मौलाना मदनी ने मोदी को निशाना बनाते हुए आगे कहा की देश में हिन्दुओं का बड़ा तबका बीजेपी से किनारा कर रहा है जिसका नतीजा आगे आने वाले चुनावों में ज़रूर दिखेगा। वहीँ कुछ बीजेपी नेताओं द्वारा मुसलामानों को खुलेआम देशद्रोही कहे जाने पर कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि भारत का मुसलमान आज़ादी की जंग में बराबर से शरीक रहा और वह आज भी देशभक्त है। उन्होंने कहा की देश में रहने वाले सेकुलर हिन्दू ,मुस्लिम ,सिख ,इसाई और अन्य अल्पसंख्यक जातियां समुदाय एक खूबसूरत माला की तरह है जिन्हे आरएसएस अपनी नापाक हरकतों से बिखेरना चाहती है, लेकिन ऐसा होने वाला नहीं हैं।
कार्यक्रम में देश के अन्य हिस्सों से आये वक्ताओं ने भी देश में सर उठा रही साम्प्रदायिक शक्तियों को सबक सिखाने की बात कही। इस मौके पर धनिराम बौद्ध, पादरी सरजीत दयाल, सरदार नीतू सिंह, मौलाना समीउल्लाह कासमी समेत कई बड़ी शख्सियतें मौजूद थी।