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22 Dec 2024, Sun

अशफाक अहमद

लखनऊ, यूपी
एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार आयुष को बढ़ावा देने की बात कर रही है तो दूसरी तरफ होम्योपैथी, आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए तीसरी काउंसिलिंग में 2,400 से अधिक सीटें खाली हैं। मंगलवार देर रात तक लगभग 1,600 अभ्यार्थियों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। अगर इन सभी छात्रों ने प्रवेश ले लिया तो भी आयुष मेडिकल कॉलेजों की लगभग 8,00 सीटें खाली रह जाएंगी।

आयुष मेडिकल कॉलेजों में बीएएमएस, बीएचएमएस और बीयूएमएस में प्रवेश के लिए तीसरी काउंसलिंग की प्रक्रिया चल रही है। मंगलवार रात 12 बजे तक ऑनलाइन पंजीकरण का समय है। आयुर्वेद निदेशालय के अनुसार देर रात तक लगभग 1,600 पंजीकरण हुए हैं।

ऑनलाइन पंजीकरण के बाद इन सभी अभ्यर्थियों को 10, 11 अक्तूबर को उनके मनपसंद पाठ्यक्रम और मेडिकल कॉलेज में विकल्प चुनने का मौका मिलेगा। इसके बाद सीटों का आवंटन किया जाएगा। तीसरी काउंसलिंग में सीटों के सापेक्ष कम अभ्यर्थी आने मेडिकल कॉलेजों में सीटें खाली रह जाने की संभावना है।

4 नये मेडिकल कॉलेज जुड़े
प्रदेश में आयुष मेडिकल कॉलेजों और सीटों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को भी चार मेडिकल कॉलेज हाईकोर्ट के आदेश से काउसिलिंग में शामिल हुए। ऑनलाइन पंजीकरण कम होने का कारण परसेंटाइल को कम न करना माना जा रहा है। 2018-19 सत्र के लिए सामान्य वर्ग के लिए 50 और ओबीसी-एससीएसटी के लिए 40 परसेंटाइल प्रवेश के लिए रखा गया है। वहीं इस साल यह 30 था। इस वर्ष आयुष मंत्रालय द्वारा परसेंटाइल न घटाने से अभ्यर्थियों की संख्या भी घट गई है।