मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक अरिफ मसूद ने कहा कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उन्होंने प्रदेश कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निलंबित डॉक्टर कफील खान को राज्य में नौकरी का प्रस्ताव दिया है।
बता दें कि गोरखपुर स्थित इस मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में 2017 में 70 से अधिक बच्चों की मौत के बाद खान को गिरफ्तार किया गया था। वहीं परिवार के साथ घुमने आए डॉ कफील ने इस प्रस्ताव पर अपनी कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। कफील ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत की घटना केवल 10 फीसदी कमीशन नहीं मिलने से हुआ था। उन्होंने इसे ”नरसंहार” करार भी दिया।
70 से अधिक बच्चों की हुई थी मौत
बता दें कि देश को हिला देने वाली इस घटना के बाद सुर्खियों में आई गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज की घटना में 10 अगस्त 2017 की रात को पहले 30 बच्चों की मौत हुई थी। इसके बाद दूसरे दिन 34 और बच्चों की मौत हो गई थी। एक पर एक बच्चों की मौत से राज्य में हड़कंप मच गया था। गौरतलब है कि इस हत्या के पीछे डॉ कफील को मुख्य रुप से जिम्मेदार ठहराया गया था।
विधायक- दिग्वियज सिंह ने डॉ कफील को नौकरी की पेशकश की
डॉ कफील के नजदीकी भोपाल मध्य क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक अरिफ मसूद ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को संवाददाताओं से कहा, ‘जब मैं उनसे (डॉ कफील) मिला तो मुझे काफी अफसोस हुआ। मैंने उनके बारे में दिग्वियज सिंह जी से बात की। डॉ कफील भी दिग्विजय सिंह जी से मिले। उन्होंने हमारे नेता राहुल गांधी जी से भी मुलाकात की। मैंने और दिग्वियज सिंह जी ने उन्हें नौकरी की पेशकश की है।’
अरिफ मसूद-न्याय नहीं मिली तो मध्यप्रदेश सरकार उन्हें अपना लेगी
मसूद ने कहा, ‘यदि उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें न्याय नहीं देती है तो मध्यप्रदेश सरकार उन जैसे बेहतर शिशु रोग विशेषज्ञ को लेने को तैयार है।’ वही संवाददाताओं से बात करते हुए डॉ खान ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ भोपाल घूमने आए हैं।
डॉ खान- कमीशन के लिए हुआ नरसंहार
मामले में बयान देते हुए खान ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया, ‘यह नरसंहार सिर्फ 10 प्रतिशत कमीशन के लिए हुआ था। यह कोई घटना नहीं थी, यह इंसानों द्वारा नरसंहार था।’ उन्होंने कहा कि पीड़ितों को न्याय और दोषियों को सजा दिलवाने के लिए वह जल्द ही इस मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अपील करेंगें।
सीएम योगी ने दी थी कफील को धमकी
फिलहाल जमानत पर चल रहे खान ने आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि 13 अगस्त 2017 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझसे कहा था, ‘मैं तुम्हे देख लूंगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले ठेकेदारों ने भुगतान के लिए मुख्यमंत्री योगी सहित 14 पत्र लिखे थे लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ था।
डॉ खान- बच्चों को न्याय दिलाना है
कफील ने कहा, ‘आश्चर्य की बात है कि उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी की जांच, जिसकी रिपोर्ट हाल ही में जारी की गई, के बावजूद दो साल बाद भी इन मौतों को लेकर जिम्मेदारी तय नहीं की गई। उन्होंने यह भी कहा कि अब मेरी लड़ाई उन 70 से अधिक बच्चों को न्याय दिलाने के लिए है जो मारे गए। वह किसी एक समुदाय के नहीं थे। वे गरीब, दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक भी थे।