नई दिल्ली
मालदीव ने आपातकाल लगने के बाद विदेश नीति में काफी बदलाव किया है। मालदीव एक तरफ चीन से संबंध बना रहा है तो दूसरी तरफ भारत से लगातार तनाव पैदा कर रहा है। भारत और मालदीव के बीच संबंध बिगड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। मालदीव ने भारत सरकार की तरफ से गिफ्ट में मिले दो नौसेना हेलिकॉप्टरों में से एक को वापस ले जाने के लिए कहा हैं। एजेंसी की खबरों के मुताबिक भारत मालदीव की अब्दुल्ला यामीन सरकार से बात कर रही है, लेकिन मालदीव सरकार के सूत्रों से जानकारी मिली है कि मालदीव भारत से डॉर्नियर मैरिटाइम सर्विलान्स एयरक्राप्ट चाहता है।
मालदीव जिस हेलिकॉप्टर को लौटाना चाहता है, वह अद्दू द्वीप पर ऑपरेट करता है। मालूम हो कि मालदीव की इस मांग पर सवालिया निशान इसलिए भी खड़े हो रहे हैं क्योंकि रविवार को पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर बाजवा ने मालदीव का दौरा किया है। सूत्रों का कहना है कि मालदीव लामू द्वीप पर ऑपरेट कर रहे दूसरे भारतीय हेलिकॉप्टर को भी वापस देने के बारे में सोच रहा है। लामू एक संवेदनशील जगह हैं जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यहां चीन एक बंदरगाह बना रहा है।
चीन को मुकाबला देने के लिए भारत ने मालदीव में काफी निवेश किया है। भारत कई सालों से मालदीव को सैन्य सहायता देता रहा है। भारत ने मालदीव को ध्रुव गिफ्ट करने के साथ ही 6 पायलट और दर्जनों ग्राउंट स्टाफ भी दिया है। इसके अलावा 10 कोस्टल सर्विलांस रेडार सिस्टम (CSRS) विकसित करने में भारत मालदीव की मदद कर रहा है।