भोपाल (मध्यप्रदेश) ।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के रिजल्ट को लेकर आम लोगों में सबसे ज़्यादा उत्सुकता का माहौल रहा। राज्य की 230 सीटों के लिए हुए मतदान के बाद जब मतगणना शुरु हुई तो फिर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दी। मंगलवार दिन और फिर रातभर चली मतगणना के बाद आज सुबह सभी 230 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए।
विधानसभा चुनाव के अंतिम परिणाम घोषित होने के साथ ही स्थितियां बिल्कुल साफ हो गई। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अनुसार कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। वहीं पंद्रह सालों से सत्ता में काबिज भाजपा को कांटे की टक्कर के बीच 109 सीटों पर संतोष करना पड़ा। इसके अलावा बसपा को दो, सपा को एक और चार पर निर्दलीय उम्मीदवार को विजय नसीब हुयी है।
विधानसभा चुनाव में जीती गई सीटें
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 का परिणाम | |||
चुनाव हुए कुल 230 सीट | |||
Party | जीत | रुझान | कुल सीट |
बहुजन समाज पार्टी | 2 | 0 | 2 |
भारतीय जनता पार्टी | 109 | 0 | 109 |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 114 | 0 | 114 |
समाजवादी पार्टी | 1 | 0 | 1 |
निर्दलीय | 4 | 0 | 4 |
कुल योग | 230 | 0 | 230 |
कांग्रेस का सरकार बनाने का दावा
विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए कांग्रेस को 116 विधायकों की आवश्यकता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बुधवार तड़के मीडिया से बातचीत में दावा किया कि कि कांग्रेस के पास सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत है और निर्दलीय, बसपा और सपा का समर्थन भी उनके पास है। उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है और समय मिलने पर कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
मतगणना पूरी नहीं होने के पहले ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा और कहा कि कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और वे इस दल के प्रदेश अध्यक्ष के नाते उनसे मिलकर सरकार बनाने के संबंध में दावा पेश करना चाहते हैं। हालाकि अब सभी की निगाहें कांग्रेस, भाजपा और राजभवन की ओर लगी हुई हैं।
बीजेपी भी पीछे नहीं
इसके पहले देर रात तक मतगणना जारी रहने के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने एक ट्वीट करके कहा ‘ प्रदेश में कांग्रेस को जनादेश नहीं है। कई निर्दलीय और अन्य भाजपा के संपर्क में हैं। कल राज्यपाल महोदय से मिलेंगे।’ इस बीच बताया गया है कि दोनों ही दलों के नेता बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय प्रत्याशियों से संपर्क बनाने में जुटे हुए हैं, जिससे विधानसभा में बहुमत हासिल करने का जादुई आकड़ा 116 हासिल किया जा सके।
28 नवंबर को हुआ मतदान
राज्य की सभी 230 सीटों के लिए मतदान 28 नवंबर को एक ही चरण में हुआ था और तब पांच करोड़ चार लाख मतदाताओं में से 75.05 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे। इसके बाद मंगलवार सुबह आठ बजे मतों की गिनती का कार्य शुरू हुआ था, जो बुधवार सुबह तक जारी रहा।
कई बड़े नेताओं को मिली हार
चुनाव के नतीजों में राज्य के लगभग एक दर्जन मंत्री और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को भी पराजय का सामना करना पड़ा है। इनमें विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह (चुरहट), पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी (भोजपुर) और विधानसभा उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता राजेंद्र कुमार सिंह (अमरपाटन) शामिल हैं। वहीं पराजित मंत्रियों में ओमप्रकाश धुर्वे, अंतर सिंह आर्य, दीपक जोशी, अर्चना चिटनिस, ललिता यादव, बालकृष्ण पाटीदार, लाल सिंह आर्य, उमाशंकर गुप्ता, रूस्तम सिंह, जयभान सिंह पवैया, नारायण सिंह कुशवाह, जयंत मलैया और शरद जैन शामिल हैं।
सीएम शिवराज सिंह चौहान जीते
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अपने परंपरागत बुधनी विधानसभा क्षेत्र से 55 हजार से अधिक मतों से विजयी रहे। पिछली बार उनकी जीत का अंतर 80 हजार से अधिक वोट था।